दतिया। मड़ीखेड़ा (अटल सागर) बांध से सिंध नदी में 850 क्युमेक्स पानी छोड़ा गया है. बेतवा नदी भी पूरे शबाब पर है. दतिया जिले की दिनों प्रमुख बड़ी नदियां सिंध नदी और बेतवा नदी रौद्र रूप में हैं. दोनों नदिया खतरे के निशान से महज कुछ सेंटीमीटर नीचे हैं. दोनों नदियों के केचमेंट एरिया में हो रही बारिश के चलते बांध ओवरफ्लो हो जाने के बाद गेट खोले गए हैं. दतिया के बसई स्थित माताटीला डैम एवं समीपस्थ शिवपुरी जिले की सीमा में बने मड़ीखेड़ा (अटल सागर ) बांध के गेट खोले जाने से दोनों नदियां ओवरफ्लो हैं.
नदियों से दूर रहने की सलाह : दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने आमजन से नदियों के आसपास न जाने की अपील की है. कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को भी ग्रामीण अंचल में मुनादी कराने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण कुंवार के महीने में किसानों को पूरी तरह तबाह और बर्बाद कर दिया है. लगातार चार दिन से हो रही बारिश के चलते उड़द, तिली एवं मूंगफली की फसलों में पानी भर जाने से फसलें पूरी तरह सड़ और गल चुकीं हैं.
MP Shivpuri Heavy Rain अटल सागर बांध मड़ीखेड़ा डैम के कैचमेंट एरिया में बढ़ा पानी, 6 गेट खोले
सर्वे कराने के निर्देश : उड़द और तिली की फसल सौ प्रतिशत खराब हो गई है. मूंगफली में भी पानी भर जाने से उसमें सड़न पैदा हो गई है. दतिया जिले के कृषि विभाग के अधिकारी डी के सिद्धार्थ का कहना है बेमौसम बरसात से निश्चित ही दलहन एवं तिलहन की फसलों को नुकसान होगा. हमने तीनों विकासखंडों में सर्वे करने के निर्देश दिए हैं. सर्वे हो जाने के बाद नुकसान का आकलन होगा. MP heavy rain, Sindh and Betwa river spate, Two dam gates opened, Crops destroyed