दतिया। कार्तिक मास में सूर्योदय के पूर्व स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है. हर तीन साल बाद महिलाएं कार्तिक स्नान कर भगवान कृष्ण की उपासना करतीं हैं. ऐसे में एमपी के दतिया में बड़ी संख्या में महिलाएं कार्तिक स्नान के लिए आसपास मौजूद नदी,तालाब पहुंच रहीं हैं. जिले के चिरूला थाना क्षेत्र के भगोर में उस समय कोहराम मच गया जब कार्तिक स्नान करने गईं दो महिलाओं की नदी के गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई.
कैसी हुई घटना: भगोर गांव में करीब एक सैकड़ा से अधिक महिलाएं कार्तिक स्नान कर रहीं हैं. सुबह जब महिलाएं नदी में नहा रहीं थीं तभी एक लड़की साक्षी पाल अचानक गहरे पानी में चली गई. साक्षी को डूबते देख चार महिलाएं उसे बचाने पानी में कूद गई और अचानक गहरे पानी में चलीं गईं. नदी के गहरे पानी में डूबने से साक्षी पाल और कोमेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन और अन्य महिलाएं घायल हो गईं. जिनकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है.
ये भी पढ़े: |
पुलिस कर रही जांच: पुलिस ने दोनों शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं. घटना के बाद चिरूला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की. यहां मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है.
जलाशयों पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं: यहां जिला प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है. जब कार्तिक माह चल रहा है और हर शहर और गांव में महिलाएं कार्तिक स्नान करने जा रहीं हैं तब जलाशयों पर सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं की गई. प्रशासन को हर ग्राम पंचायत को सूचित करना चाहिए और सूचना देकर प्रत्येक जलाशय पर पर एक दो तैराक तैयार रखना चाहिए जिससे इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.