दतिया। देश में सनातन धर्म को लेकर चर्चा जोरों पर है. जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, योग गुरु बाबा रामदेव, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जगद्गुरु रामभद्राचार्य, पंडोखर धाम के गुरुशरण सहित तमाम संत इन दिनों सनातन धर्म को लेकर धर्मध्वजा फहरा रहे हैं. सभी सनातन धर्म को मजबूत करने की बात कर रहे हैं. इसी क्रम में पंडोखर धाम के पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज के सामने महाराष्ट्र के एक मुस्लिम युवक जावेद ने हिंदू धर्म अपना लिया.
पंडोखर धाम की प्रेरणा बताया : जावेद ने पंडोखर सरकार के पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज से प्रेरित होकर यह निर्णय लिया है. जावेद अब शिवेंद्र बन गया है. पंडोखर धाम में पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ उसे हिंदू धर्म में प्रवेश दिलाया गया. जावेद का कहना है कि वह कई बार वैष्णो देवी की यात्रा कर आया है. सभी द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए हैं. चारों धाम की यात्रा भी उसने कर ली है. वह लंबे समय से हिंदू धर्म से प्रभावित है. इस कारण से उसने पंडोखर सरकार के सामने सनातन धर्म अपनाया है.
अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म छोड़ा : पंडोखर सरकार सामने महाराष्ट्र के जावेद तडवी नामक युवक ने स्वेच्छा से अपना धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म को अपना लिया. पंडोखर धाम महोत्सव के अवसर पर महाराष्ट्र के जालना से दरबार में आए युवक जावेद पिता शेरखा तडवी ने सनातन धर्म से प्रभावित होकर इस्लाम छोड़ा. गुरुशरण महाराज के शिष्य व पंडोखर धाम के सचिव मुकेश गुप्ता ने बताया कि जालना महाराष्ट्र के 32 वर्षीय जावेद पिता शेरखा तड़वी ने दरबार में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं के समक्ष गुरुशरण महाराज से सनातन धर्म की दीक्षा ग्रहण की.
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हनुमान चालीसा पढ़ी : पंडोखर धाम के आचार्य उमाशंकर शास्त्री ने जावेद का परिचय और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुद्धिकरण कराते हुए उसकी सनातन धर्म में स्वेच्छिक वापसी करवाई. जावेद ने हनुमान चालीसा का पाठ कर सनातन धर्म को अपनाया. इस अवसर पर जावेद ने बताया कि वह अपने मित्र की प्रेरणा से पंडोखर सरकार के दरबार से जुड़ा है. उसने सनातन धर्म की शक्ति को पहचाना है. जावेद ने बताया कि हिंदू धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए लगातार जाता रहा है. इस अवसर पर पंडोखर सरकार के दरबार में उदासीन अखाड़ा कांची पुरम के महंत स्वामी वैरागानंद जी भी उपस्थित थे. उन्होंने घर वापसी कर चुके शिवेंद्र को आशीर्वाद प्रदान किया. दरबार में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने करतल ध्वनि के साथ शिवेंद्र का सनातन धर्म में वापसी पर जोरदार स्वागत किया.