दतिया। दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए बीड़ा उठाया हुआ है. स्कूलों के निरीक्षण के बाद कलेक्टर संजय कुमार अब गांधीगिरी पर उतर आए हैं(Datia collector campaign for education system). कलेक्टर ने जिले के सभी माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को एक पत्र लिखा है. वे शिक्षकों को पत्र लिखने से पहले दतिया के कई स्कूलों का निरीक्षण कर बच्चों से सवाल कर ये अभियान चलाना शुरु किया है. कई स्कूलों में बच्चों से शुद्ध हिंदी नहीं पढ़ी गई थी जिससे वे काफी नाराज हुए थे.
पत्र में शिक्षकों के लिए क्या लिखा: पत्र में कलेक्टर संजय कुमार ने लिखा कि, "आदरणीय गुरु जी आपको पता है शिक्षा जैसे एक महान कार्य के लिए ईश्वर ने आपको चुना है, वह श्रेष्ठ कर्म है. जीवन देने वाले ईश्वर ने जीवन निर्माण का शेष कार्य को पूर्ण करने के उद्देश्य से पुनीत कार्य शिक्षा के लिए आपको माध्यम बनाया है.आप ईश्वर की कृपा से जीवन निर्माण की प्रक्रिया पूरी करते हैं, यह आपका सौभाग्य है और ईश्वर की इच्छा है. व्यक्ति शिक्षा के माध्यम से उत्थान कर फिर से ईश्वर में समाहित होने योग्य बने यही शिक्षा की नियति एवं गति है. बच्चे आपकी दया के भागीदार हैं, और भविष्य भागी है. बच्चे आपकी ओर आंखों में अरमान लिए निहारते हैं और आप में अपना आदर्श ढूढ़ते हैं. उनके साथ कोई अन्याय न हो यह हम सब की जिम्मेदारी है." इस पत्र में कलेक्टर ने शिक्षकों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों को भी समाहित किया है, और सभी को उनके काम भी बांटे हैं. इसकी जानकारी कलेक्टर संजय कुमार ने मीडिया के साथ चर्चा करते हुए दी है.
Datia Collector एक्शन में दतिया कलेक्टर, अचानक पहुंच गए स्कूल, 12 शिक्षक मिले नदारद तो भड़के
ईश्वर का भय दिखाते हुए दी चेतावनी: कलेक्टर संजय कुमार अब विद्यालय के शिक्षकों को डराने और धमकाने की जगह सत्य के मार्ग पर चलते हुए दिख रहे हैं. कलेक्टर ने दतिया में शिक्षा में सुधार करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है, जिसे दतिया में विद्योत्थान नाम दिया गया है. कलेक्टर ने एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि शिक्षक को ईश्वर ने सर्वश्रेष्ठ बनाया है उसे अपना कार्य पूर्ण मनोयोग से करना चाहिए(Datia collector write letter to teachers). उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति हैं. कलेक्टर ने शिक्षकों से समय पर स्कूल जाने और समय पूर्ण होने के बाद ही विद्यालय छोड़ने की बात कहते हुए विद्यालय पहुंचकर शैक्षणिक कार्य करने की अपील की है. इस मामले में कलेक्टर ने प्रशासन का भय न दिखाते हुए ईश्वर का भय दिखाते हुए काम करने की चेतावनी दी है. कलेक्टर ने कहा सरकारी विद्यालय में गरीबों के बच्चे ही पढ़ाई करने आते हैं, इसलिए इन पर दया करो और समय पर विद्यालय जाओ और विद्यालय में शैक्षणिक कार्य करो, इधर उधर मत भटको तथा समय पर विद्यालय छोड़ो.