दमोह। कोविड-19 के कारण देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन का एलान किया गया है. हालांकि लॉकडाउन इसलिए लागू किया गया है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. लेकिन लॉकडाउन से लोगों का घरों में रहकर बुरा हाल हो रहा है. लोग ना तो रोजगार के लिए बाहर जा पा रहे हैं और ना ही उनकी समस्या का निदान हो पा रहा है. ऐसा ही मामला दमोह के पथरिया जिले का है. जहां साजिया गांव के ग्रामीण सड़क, पानी और रोजगार के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.
दमोह के पथरिया से 8 किलोमीटर की दूरी पर सुजनीपुर पंचायत के साजिया गांव के ग्रामीण कई सालों से लॉकडाउन जैसा जीवन को जीने को मजबूर है. क्योंकि गांव में ना तो सड़क है और ना पानी की व्यवस्था है.
ग्रामीणों का कहना है वे पिछले 15 सालों से प्रशासन को शिकायत और आवेदन दे चुके हैं कि गांव में बुनियादी सुविधा की जाए. लेकिन हजारों बार अर्जी लगाने के बाद भी आज तक गांव में सड़क नहीं बन सकी है. ग्रामीण महिला सुनीता रानी ने बताया कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी यहां किसी भी नहीं सुनते है. यहां रहने में बहुत ही दुश्वारियां है.