दमोह। दमोह विधानसभा का यह उपचुनाव इस बार बहुत ही रोचक होने वाला है. चुनाव चिह्न आवंटन के साथ ही उम्मीदवार जोर शोर से प्रचार प्रसार में लग गए हैं. तो दूसरी ओर वैभव सिंह ने एक अजीबों गरीब मांग कर के निर्वाचन आयोग को पसोपेश में डाल दिया है.
- लोगों को लुभा रहा चुनाव चिह्न
दमोह विधानसभा का यह उपचुनाव लगातार रोचक होता जा रहा है. कहीं मतदाता अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. तो कहीं बिल्कुल मौन साध कर बैठे हैं. इसके कारण यह समझ पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है कि चुनाव का रुख किस तरफ है. हालांकि प्रतीक आवंटन के बाद यह सुनिश्चित हो गया है कि अब सभी 22 प्रत्याशी मैदान में बने रहेंगे. उम्मीदवारों ने अपने प्रश्न के हिसाब से प्रतीक मांगे थे. अब वही प्रति लोगों को लुभा रहे हैं.
- चप्पल, जूता, तीर कमान सब मारने की कोशिश
भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य 20 उम्मीदवार भी मैदान में हैं. इसमें सबसे ज्यादा रोचक भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के चचेरे भाई वैभव सिंह को मिला चुनाव चिह्न चप्पल और एक अन्य उम्मीदवार मगन आदिवासी का जूता चुनाव चिह्न है. इसके अलावा भारतीय जन शक्ति चेतना पार्टी की उम्मीदवार उमा देवी बांसुरी बजाने की सबसे अपील कर रही हैं. इसी तरह बुंदेलखंड क्रांति दल के उम्मीदवार कमलेश असाटी हेलीकॉप्टर का निशान लेकर चुनाव मैदान में हैं.
निर्दलीय उम्मीदवारों में कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के हमनाम अजय भैया को रोड रोलर, एक अन्य अजय लूडो से अजय ठाकुर माचिस और राहुल सिंह के हमनाम प्रत्याशी राहुल एस अनानास, राहुल भैया फूलगोभी और एक अन्य राहुल भैया फलों की टोकरी से प्रचार कर रहे हैं. इसके अलावा सपाक्स प्रत्याशी रिचा चौबे झूला, शिवसेना के राज पाठक तीर कमान, निर्दलीय अकरम खान माइक, आशीष सन्यासी नारियल फार्म, अमजद खान टायर, नवाब खान कुकर , मुन्नालाल सिलाई मशीन, केएन शुक्ला कैची, सफीक खान रिमोट से और शंकर कबाड़ी ऑटो रिक्शा चुनाव से मैदान में हैं.
- वैभव की मांग लोग नंगे पैर जाएं मतदान करने
भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के सगे चचेरे भाई वैभव सिंह चप्पल चुनाव चिह्न से मैदान में हैं. उन्होंने निर्वाचन आयोग और रिटर्निंग ऑफिसर को एक पत्र देकर बड़ी अजीबो-गरीब मांग की है. वैभव ने कहा कि वह चुनाव जीत रहे हैं. उनका चुनाव चिह्न चप्पल है. इसलिए कल के दिन कोई उनका निर्वाचन रद्द कराने के लिए यह कहकर कोर्ट भी जा सकता है कि मतदान केंद्रों के अंदर चप्पल चुनाव चिह्न का प्रचार किया गया. इसलिए मतदान केंद्र की 100 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार के प्रतीक का प्रचार न किया जाए, इसलिए 100 मीटर दूर से मतदान केंद्र तक लाल कारपेट बिछाया जाए.
दमोह ने हर बार निकाली 'जातिवाद' की हवा: इस बार क्या होगा ?
ताकि लोग नंगे पैर जा सकें और उनके पैरों में जलन न हो. मतदान केंद्र के अंदर चप्पल पहनकर जाने से उनका प्रचार होगा. इसके अलावा ठंडा पानी और छाया के लिए टेंट की व्यवस्था भी की जाए.