दमोह। फरीदाबाद से दमोह के लिए 1400 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची. सुबह चली यह ट्रेन मंगलवार देर शाम तक पहुंची. जहां पर पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ सभी मजदूरों को क्रमानुसार व्यवस्था के हिसाब से बाहर निकाला गया. सोशल डिस्टेंस की व्यवस्था के हिसाब से सभी मजदूरों को जांच के बाद बाहर निकाला गया. वहीं उनको उनके गंतव्य की ओर रवाना करने की व्यवस्था भी की गई.
दमोह जिले के साथ सतना, रीवा, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, शहडोल, उमरिया सहित करीब 22 जिलों के मजदूरों को फरीदाबाद से लेकर यह ट्रेन दमोह पहुंची. दमोह पहुंचने के पहले यहां पर जिला प्रशासन के द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी. प्रशासनिक निर्देश के साथ यहां पर सोशल डिस्टेंस के साथ गोलों में ही मजदूरों को एक-एक करके बताया गया. वहीं उनकी जांच की गई.
इस दौरान जहां जिले के कलेक्टर तरुण राठी ने पहुंचकर ट्रेन के आने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं की भी जांच, वहीं पुलिस प्रशासन की व्यवस्था के साथ पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैदी के साथ हर एक मजदूर की जानकारी के साथ उनको उनकी बसों तक पहुंचाने की व्यवस्था करता नजर आया. हमने इन मजदूरों से बातचीत भी की.
लॉकडाउन शुरू होने के बाद पहली बार दमोह स्टेशन पर ट्रेन आई और यह ट्रेन श्रमिक स्पेशल ट्रेन थी. जिसमें मजदूरों को लाया गया था. दमोह जिले के करीब साढ़े तीन से चार सौ मजदूरों के साथ अन्य जिलों के पूरे 1400 मजदूर एक गाड़ी से दमोह पहुंचे थे. जिनको उनके जिलों में भेजे जाने की व्यवस्था की गई.