दमोह। लॉकडाउन के दिनों में जहां मंदिर बंद है और भक्तों को भी भगवान के दर्शन नहीं हो रहे, ऐसे में दमोह के सबसे बड़े प्रसिद्ध दरबार मां बड़ी देवी मंदिर में महालक्ष्मी का वाहन उल्लू का दर्शन के लिए आया. दुर्लभ प्रजाति का उल्लू उस समय पुजारियों को नजर आया. जब शाम के वक्त माता रानी की आरती करने के लिए पहुंचे थे और उसके बाद यह नजारा देखकर भक्तों ने इसे माता रानी का चमत्कार बताया.
दरअसल, दमोह की बड़ी देवी दरबार में शाम के वक्त पुजारी को एक दुर्लभ प्रजाति का उल्लू वैष्णो देवी की तर्ज पर करीब 300 सालों से दमोह में स्थित इस दरबार में दिखाई दिया. इस दरबार में मां वैष्णो देवी की तरह ही मां महाकाली, मां महालक्ष्मी और महा सरस्वती की तीन प्रतिमाएं हैं. यहां पर नवरात के समय में हजारों भक्तों का आना जाना होता है. ऐसे में लॉक डाउन के वक्त जब मंदिर बंद है, तो मां महालक्ष्मी के वाहन उल्लू का मंदिर में माता रानी का दर्शन करने के लिए पहुंचना भक्तों के लिए कौतूहल और आस्था का केंद्र बन गया. जब मंदिर के पुजारी ने दुर्लभ प्रजाति के उल्लू को यहां पर देखा तो वे भी आश्चर्यचकित हो गए और उन्होंने कुछ देर तक उल्लू को माता रानी के चरणों में बैठे हुए देखा.
फिर उसके बाद उसे जल भी पिलाया. इसके बाद पुजारी ने उल्लू को एक सुरक्षित स्थान पर बैठा दिया. जैसे ही यह बात मां बड़ी देवी के भक्तों को पता चली तो भक्तों ने इसे मां महालक्ष्मी का चमत्कार बताया.
अब जबकि मंदिर को बंद हुए महीनों हो चुके हैं. ऐसे में इस तरह के पक्षियों का आना निश्चित ही अलग-अलग कारण माने जा रहे हैं. लेकिन यहां पर भक्तों का यही मानना है कि मां महालक्ष्मी का यह वाहन बंद मंदिर के दौरान माता का दर्शन करने के लिए ही पहुंचा है.