दमोह। दमोह में अजब गजब मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. ऐसा ही अजब गजब मामला बुधवार को कलेक्ट्रेट में उस समय सामने आया, जब हाथों में हल्दी लगी एक युवती अपने परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची. दरअसल, नोहटा क्षेत्र के ग्राम जलहरी की रहने वाली दुर्गा रैकवार ने मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के लिए अपना आवेदन जनपद में दिया था. जांच के बाद जनपद के अधिकारियों ने उसका नाम विवाह सम्मेलन की सूची में जोड़ दिया. लेकिन गांव की ही माया रैकवार जो कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी है, उसने जनपद में एक दूसरा प्रतिवेदन दे दिया, जिसमें लिखा कि इस नाम की कोई कोई युवती ग्राम पंचायत में रहती ही नहीं है.
शिकायत पर लिस्ट से नाम कटा : इसके बाद अधिकारियों ने उसका नाम विवाह सम्मेलन की लिस्ट में से काट दिया. जब यह जानकारी युवती को लगी, तब तक उसे हल्दी चढ़ चुकी थी. जबकि विवाह आज बुधवार 1 फरवरी को ही होना है. युवती घर में सजा हरा मंडप छोड़कर अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ हल्दी लगी अवस्था में कलेक्ट्रेट पहुंच गई. वहां पर उसने अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई. युवती ने आरोप लगाया कि जिस आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने उसका नाम लिस्ट में से कटवाया है, वह उसकी सगी चचेरी बहन है. वही गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी हैं.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संबंध खराब : पीड़ित युवती का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से उनके पारिवारिक संबंध ठीक नहीं हैं. इसलिए दुर्भावनावश उसने नाम कटवाया है. परिजनों ने अधिकारियों को गांव के निवासी होने संबंधी सभी दस्तावेज भी दिखाए. इस मामले में प्रभारी एसएलआर राकेश अहिरवार ने परिजनों से ज्ञापन लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि इस संबंध में वह अतिरिक्त कलेक्टर नाथूराम गौंड को अवगत कराएंगे. साथ ही मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. युवती के भाई मनोज एवं उसकी मां माया ने मांग की है कि उसकी बेटी की शादी आज ही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के पांडाल में होनी चाहिए. साथ ही शासन की ओर से मिलने वाला सामान भी मिलना चाहिए. लड़की के भाई ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पर भी कार्रवाई की मांग की है.