दमोह। अपने दबंगई स्वभाव के लिए चर्चित पथरिया विधायक रामबाई परिहार (Patharia MLA Rambai Parihar) इस बार अपने विवादित बयान के कारण चर्चा में आ गई हैं. वह अधिकारियों को बता रही हैं कि कितनी रिश्वत (Bribe) लेना चाहिए और कितनी नहीं. दरअसल विधायक विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जाकर बरधारी, झागर और सतुऊआ पहुंची. वहां उन्होंने जनता दरबार (Janta Darbar) लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान विधायक ने अधिकारियों से कहा कि आप 500 या 1000 रुपए रख सकते हो. आटे में नमक समाए उतना ही गलत करना चाहिए.
कोई 5 सौ, हजार रुपए दे तो रख लो- विधायक
विधायक जनता दरबार में समस्याएं सुन रही थीं, तभी ग्रामीणों ने बताया की ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक ने प्रधानमंत्री आवास, कपिल धारा कूप जैसी योजना के नाम पर रुपए लिए. लोगों ने कहा कि इन्होंने किसी से 5 हजार तो किसी 6 हजार रुपए रिश्वत ली, फिर भी काम नहीं हुआ. जिस पर विधायक भड़क गई, उन्होंने सबके सामने रोजगार सहायक और पंचायत सचिव को हड़का दिया.
उन्होंने कहा कि यदि उनका बेटा भी होता तो मैं उसे भी नहीं छोड़ती. यह जनता उनका परिवार है और जो भी रुपए लिए हैं, उन्हें वह वापस कर दो नहीं तो ठीक नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से 500 से 1000 रुपए देता है, तो वह रख लो इसमें बुराई नहीं है.
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स्वेच्छा से कोई रिश्वत दे तो रख लेना चाहिए- रामबाई
विधायक की इस बात से साफ है कि रामबाई कर्मचारियों को कम रिश्वत लेना सिखा रही है या अधिक रिश्वत न लेने की सलाह दे रही है. हालांकि विधायक ने इसमें यह भी जोड़ा कि कोई व्यक्ति जब अधिकारी की परेशानी को देखकर काम के लिए अपनी स्वेच्छा से रुपए देता है, तो रख लो. 500 से 1000 रुपए तक आप ले सकते है. भले ही विधायक ने यह बात सहज रूप में कही है, लेकिन लोग अब यही मायने निकाल रहे हैं कि वह कर्मचारियों को रिश्वत लेने के तरीके बता रही हैं.