दमोह। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए शासन ने बस सेवा के संचालन पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद अनलॉक शुरू किया गया है. ऐसे में सरकार ने कुछ शर्तों के साथ बसों के परिचालन की अनुमती दी है, लेकिन उसके बाद भी टैक्स माफी की मांग पर अड़े बस संचालक सेवाएं नहीं दे रहे हैं. ऐसे में इससे जुडे लोगों का रोजगार छिन गया है और उनके लिए मंहगाई के इस दौरान दो वक्त की रोटी के लिए बेहद परेशान होना पड़ रहा है. लिहाजा दमोह परिचालक संघ अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है. जिसके समर्थन में अब विधायक राहुल सिंह भी उतर गए हैं और उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द मांगें नहीं मानी गईं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.
विधायक राहुल सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार को परिचालकों के खाते में सीधी राशि देना चाहिए और बसों पर बकाया टैक्स माफ करना चाहिए. विधायक राहुल सिंह लोधी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते बस का संचालन बंद हो गया था और आज तक चालू नहीं हुआ. ऐसे हालात में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के सामने आर्थिक संकट के हालात हैं. उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों में टैक्स माफ करके बीमा की अवधि की बढ़ाए जाने जैसे निर्णय ले लिए गए हैं लेकिन मध्यप्रदेश में ऐसा ना होने से बस चालक और परिचालक बेहद परेशान हो रहे हैं.
जिला मुख्यालय पर हो रहे आंदोलन में शामिल होने आए कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने कहा कि ऐसे हालात में प्रशासन को शीघ्रता के साथ हर माह प्रत्येक चालक और परिचालक को 10 हजार का मानदेय सीधे उनके खातों में देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इनकी मांगों पर ध्यान नहीं देते तो बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा.
22 मार्च से थमे हैं बसों के पहिए
लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद देश भर में 22 मार्च से बसों का संचालन बंद है. टोटल लॉकडाउन के दौरान चूंकि सभी दूर आवाजाही ही बंद थी और इसलिए लोगों को ट्रेन या बस की जरूरत भी नहीं थी, लेकिन अब आवाजाही शुरू हो गई है और बसों का संचालन न होने से परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है. तकरीबन तीन माह से ऐसी स्थिति बनी हुई है.