दमोह। जनपद पंचायत हटा में राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में 30 लाख का फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिसमें कमर्चारियों ने हटा सीईओ की आईडी लॉगिन कर फर्जी साइन से अपने करीबियों के बैंक खाते में करीब 30 लाख रुपए की सरकारी धन राशि का भुगतान कर दिया. पुलिस ने जनपद के तीन कर्मचारियों मामला दर्ज कर लिया है. वहीं पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
जनपद के सीईओ आशीष अग्रवाल ने बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए बताया कि 24 जनवरी को एक साथ दो बिल लगाए गए है. जिसमें पहला बिल 1 लाख 80 हजार और दूसरा 2 लाख रुपए का है. बिलों में सीईओ की फर्जी साइन कर आईडी का दुरपयोग किया गया है. जिसमें जनपद में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर और ट्रेजरी के कमर्चारियों ने राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना से अपने 160 करीबियों को फर्जी हितग्राही बनाकर बैंक खाते में करीब 25 से 30 लाख रुपए का ट्रांसफर कर दिया. घोटाला सामने आने के बाद जनपद के सीईओ ने हटा पुलिस को प्रतिवेदन सौंपा. जिसमें हटा पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले सोहित कटारिया, सहायक ग्रेड 3 उपकोषालय, धर्मेंद्र लोधी, कुंजी लाल पटेल कोषालय के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 408 विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.