दमोह। लांजी के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने आज एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामंतशाही व्यवस्था चल रही है. आम जनता को जूते की नोक पर रखा जाता है और मंत्रियों की भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. समरीते ने आगे कहा कि मंत्रियों की वहां पर चलती नहीं है.
'आम जनता को जूते की नोक पर रखते हैं अधिकारी'
दरअसल, अल्प प्रवास पर लांजी के पूर्व विधायक किशोर समीरीते दमोह पहुंचे. यहां उन्होंने स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामंत शाही व्यवस्था चल रही है. अधिकारियों की गुंडागर्दी चल रही है. आईएएस और आईपीएस अपने आप को संविधान से ऊपर समझते हैं. गांव देहातों में तहसीलदार और थानेदार आम जनता को जूते की नोक पर रखते हैं.
पूर्व विधायक ने आगे कहा कि, अधिकारी जब चाहे जिस पर चाहे मुकदमा बना देते हैं. सब कुछ उनकी मर्जी से चलता है. उन्होंने कहा कि एमएलए एमपी और मंत्रियों की भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. उनका भी यही हाल है. मंत्रालयों में जब तक पीएस से पटरी नहीं बैठती मंत्रियों की भी चलती नहीं है.
'अब सीएम हमारा होगा'
समीरीते ने कहा कि हमारी समाज छत्तीसगढ़ में बहुत ताकतवर है. देर सवेर वहां हमारा सीएम होगा. एमपी में ही देख लीजिए अभी किरार उसके पहले लोधी, उसके पहले ब्राह्मण और उसके पहले ठाकुर सीएम चलता रहा. अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि एमपी में अगला सीएम अब जो भी होगा वह पिछड़े वर्ग से होगा. संभव है वह साहू समाज से हो, और हमारा ध्यान अब इसी तरफ है. इसलिए अपनी समाज को हम एकजुट और जागृत कर रहे हैं.
'पीएम ने समाज की तरफ नहीं देखा'
पूर्व विधायक यहीं नहीं रुके एक सवाल के जवाब में वह सीधे केंद्र पर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अभी तक धारा 370, राम मंदिर या तीन तलाक के मुद्दे पर ध्यान दिया है, लेकिन समाज की ओर कभी ध्यान नहीं दिया.
पूर्व विधायक के बिगड़े बोल, कहा- जूते की नोक पर रखा जाता है आम जनता को
पूर्व विधायक किशोर समरीते ने आज एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामंतशाही व्यवस्था चल रही है. आम जनता को जूते की नोक पर रखा जाता है और मंत्रियों की भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. पूर्व विधायक यहां समाज को एकत्र करने और साहू समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे.
दमोह। लांजी के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने आज एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामंतशाही व्यवस्था चल रही है. आम जनता को जूते की नोक पर रखा जाता है और मंत्रियों की भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. समरीते ने आगे कहा कि मंत्रियों की वहां पर चलती नहीं है.
'आम जनता को जूते की नोक पर रखते हैं अधिकारी'
दरअसल, अल्प प्रवास पर लांजी के पूर्व विधायक किशोर समीरीते दमोह पहुंचे. यहां उन्होंने स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामंत शाही व्यवस्था चल रही है. अधिकारियों की गुंडागर्दी चल रही है. आईएएस और आईपीएस अपने आप को संविधान से ऊपर समझते हैं. गांव देहातों में तहसीलदार और थानेदार आम जनता को जूते की नोक पर रखते हैं.
पूर्व विधायक ने आगे कहा कि, अधिकारी जब चाहे जिस पर चाहे मुकदमा बना देते हैं. सब कुछ उनकी मर्जी से चलता है. उन्होंने कहा कि एमएलए एमपी और मंत्रियों की भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. उनका भी यही हाल है. मंत्रालयों में जब तक पीएस से पटरी नहीं बैठती मंत्रियों की भी चलती नहीं है.
'अब सीएम हमारा होगा'
समीरीते ने कहा कि हमारी समाज छत्तीसगढ़ में बहुत ताकतवर है. देर सवेर वहां हमारा सीएम होगा. एमपी में ही देख लीजिए अभी किरार उसके पहले लोधी, उसके पहले ब्राह्मण और उसके पहले ठाकुर सीएम चलता रहा. अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि एमपी में अगला सीएम अब जो भी होगा वह पिछड़े वर्ग से होगा. संभव है वह साहू समाज से हो, और हमारा ध्यान अब इसी तरफ है. इसलिए अपनी समाज को हम एकजुट और जागृत कर रहे हैं.
'पीएम ने समाज की तरफ नहीं देखा'
पूर्व विधायक यहीं नहीं रुके एक सवाल के जवाब में वह सीधे केंद्र पर पहुंच गए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अभी तक धारा 370, राम मंदिर या तीन तलाक के मुद्दे पर ध्यान दिया है, लेकिन समाज की ओर कभी ध्यान नहीं दिया.