दमोह। देश में ख्याति प्राप्त गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री (दद्दा जी) के ब्रह्मलीन होने के बाद दमोह में दद्दा जी के शिष्यों ने उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की गई. उनके शिष्यों में हजारों लोग है. यह शिष्य उनकी विशेष कार्यों के दौरान हमेशा ही महत्वपूर्ण भूमिका में रहे हैं. जिसमें राजनीतिक लोगों के साथ सामाजिक लोग भी शामिल हैं. हमने जिले के ऐसे कुछ महत्वपूर्ण लोगों से बातचीत की इस दौरान उन्होंने दद्दा जी के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई.
शिवराज सरकार में वित्तमंत्री के पद पर रहे जयंत मलैया दद्दा जी के करीबी लोगों में शामिल हैं. जयंत मलैया बताते हैं, कि वे दद्दा जी के दमोह, सागर सहित मध्यप्रदेश के विविध कार्यक्रमों में भी शामिल हुए हैं और देश के अन्य कार्यक्रमों में भी दे जाते रहे हैं. पूर्व विधायक लखन पटेल बताते हैं कि दद्दा जी की ससुराल उनके गांव में है और उनका दद्दा जी से प्रेम साले बहनोई का था. 50 वर्षों से उनके घर में दद्दा जी का आना जाना था दद्दा जी के ना होने से एक अपूरणीय क्षति उनको हुई है.
जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष अजय टंडन का कहना था कि दद्दा जी उनके परिवार के वह प्रमुख मार्गदर्शक थे. जिनके कहे बिना उनके घर में पत्ता भी नहीं मिलता था. मतलब दद्दा जी से सुख दुख की हर एक सलाह ली जाती थी.
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनु मिश्रा का कहना है कि दद्दा जी के अनन्य भक्त हैं और उनके शिष्य होने के साथ हर एक कार्य में हमेशा साथ रहे हैं. इसके अलावा भी ऐसे अनेक भक्त हैं जो दद्दा जी के कृपा पात्र हैं.
दद्दा जी के हजारों अनुयायी दमोह जिले में भी हैं. दद्दा जी की ससुराल और ननिहाल भी दमोह में है, ऐसे में दद्दा जी से जुड़े हजारों लोग दद्दा जी के ब्रह्मलीन हो जाने पर गमगीन हैं. शहर के यह प्रमुख लोग हैं, जो दद्दा जी के हर एक आयोजन में साक्षी रहे हैं.