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डायल हंड्रेड ने किया 1 माह के हिरण के बच्चे का रेस्क्यू, वन विभाग को सौंपा

दमोह डायल-100 की टीम ने हिरण के बच्चे का रेस्क्यू कर वन विभाग को सौंप दिया है.

हिरण के बच्चे का रेस्क्यू
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Published : May 14, 2019, 8:01 AM IST

दमोह। डायल 100 की टीम द्वार एक हिरण के बच्चे को वन विभाग को सौंपा गया है. वन मंडल इसे अभ्यारण्य छोड़ने की बात कर रहा है.

हिरण के बच्चे का रेस्क्यू

डायल 100 टीम को सूचना मिली थी कि दमोह देहात थाना क्षेत्र में डिकसर गांव के आसपास एक महीने का हिरण के बच्चे को कुत्ते अपना शिकार बनाने जा रहे हैं. सूचना मिलते ही डायल 100 की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर हिरण के बच्चे को बचाया.डायल 100 की टीम ने हिरण के बच्चे को उपवन मंडल अधिकारी को सौंपा दिया है.

रेस्कयू टीम के भगवान दास दाहिया ने बताया कि अगर मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती तो हिरण के बच्चे का जंगली कुत्ते अपना शिकार बना लेते.वहीं उप वन मंडल अधिकारी का कहना है कि इस हिरण के बच्चे को अब सिंगरौगढ़ के संरक्षित वन में छोड़ा जायेगा.

दमोह। डायल 100 की टीम द्वार एक हिरण के बच्चे को वन विभाग को सौंपा गया है. वन मंडल इसे अभ्यारण्य छोड़ने की बात कर रहा है.

हिरण के बच्चे का रेस्क्यू

डायल 100 टीम को सूचना मिली थी कि दमोह देहात थाना क्षेत्र में डिकसर गांव के आसपास एक महीने का हिरण के बच्चे को कुत्ते अपना शिकार बनाने जा रहे हैं. सूचना मिलते ही डायल 100 की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर हिरण के बच्चे को बचाया.डायल 100 की टीम ने हिरण के बच्चे को उपवन मंडल अधिकारी को सौंपा दिया है.

रेस्कयू टीम के भगवान दास दाहिया ने बताया कि अगर मौके पर पुलिस नहीं पहुंचती तो हिरण के बच्चे का जंगली कुत्ते अपना शिकार बना लेते.वहीं उप वन मंडल अधिकारी का कहना है कि इस हिरण के बच्चे को अब सिंगरौगढ़ के संरक्षित वन में छोड़ा जायेगा.

Intro:डायल हंड्रेड के जवानों ने 1 माह के हिरण के बच्चे का किया रेस्क्यू

जंगली कुत्तों के जाल से बचाकर वन विभाग के किया हवाले

वन अमले ने कहा सिंह और गढ़ के अभ्यारण में छोड़ा जाएगा हिरण के बच्चे को

Anchor. दमोह देहात थाना अंतर्गत आने वाले डिकसर एवं मंडला गांव के बीच के खेतों में आ गए एक हिरण के बच्चे का रेस्क्यू करने में डायल हंड्रेड के पुलिस जवानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. डायल हंड्रेड यू तो सूचना के बाद तत्काल ही घटनास्थल पर पहुंचती है. लेकिन दमोह में डायल हंड्रेड का पशु प्रेम वाला नजारा भी देखने को मिला. जब इवेंट मिलने के बाद तत्काल ही डायल हंड्रेड के जवान वहां पहुंच गए, जहां पर जंगली कुत्ते हिरण के बच्चे को अपना शिकार बनाने के लिए उसके पीछे दौड़ रहे थे. पुलिस के जवानों ने हिरण के बच्चे को वन विभाग को सौंप दिया है.



Body:Vo. दमोह देहात थाना अंतर्गत डायल हंड्रेड के जवान भगवान दास दहिया को डायल हंड्रेड के माध्यम से फोन पर पॉइंट मिला था कि उनके ही क्षेत्र में 2 गांव के बीच कुछ जंगली कुत्ते हिरण के 1 बच्चे को अपना शिकार बनाना चाहते हैं. सूचना मिलने के बाद जब डायल हंड्रेड के जवान खेतों की और पहुंचे तो देखा कि जंगली कुत्ते हिरण के करीब 1 माह के बच्चे का पीछा कर रहे हैं. मशक्कत के बाद पुलिस के जवानों ने हिरण के बच्चे का रेस्क्यू कर पकड़ लिया, तथा कुत्तों को वहां से भगाने में सफल हो गए. डायल हंड्रेड के जवान हिरण के इस नन्हे बच्चे को लेकर के जिला मुख्यालय स्थित उप वन मंडल अधिकारी कार्यालय पहुंच गए. जहां पर हिरण के बच्चे को उप वन मंडल अधिकारी को सौंपा गया. इस दौरान उप वन मंडल अधिकारी ने बताया कि हिरण के बच्चे को सुरक्षित बचाए जाने के बाद उसे सिंगौरगढ़ के संरक्षित वन में छोड़ा जाएगा. वही रेस्क्यू करने वाले पुलिस जवान ने बताया कि सूचना मिलने के बाद भी लोग समय पर पहुंच गए. जिससे हिरण की बच्चे को बचाया जा सका. यदि समय पर भी नहीं पहुंचते, तो जंगली कुत्ते हिरण को मार डालते.

बाइट - उप वन मंडल अधिकारी दमोह

बाइट - भगवानदास दहिया पुलिस जवान


Conclusion:Vo. हिरणों के झुंड से बिछड़े करीब 1 माह के बच्चे के लिए डायल हंड्रेड के जवान भगवान बनकर पहुंचे. यदि डायल हंड्रेड के जवान प्वाइंट मिलने के बाद समय पर नहीं पहुंचते तो शायद यह हिरण का बच्चा जंगली कुत्तों का शिकार हो गया होता, या फिर गंभीर रूप से घायल होकर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा होता. लेकिन डायल हंड्रेड की तत्परता एवं जवानों की मानवीयता के चलते हिरण का बच्चा जीवित बच गया.

आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
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