दमोह। लॉकडाउन के कारण जिले के कई लोग महाराष्ट्र के औरंगाबाद में फंसे हुए हैं, इनको खाने से लेकर तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, ये सब सरकार से लगातार गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिली है. अब कुछ युवाओं ने वीडियो जारी करके मदद की गुहार लगाई है.
दमोह जिले के जबेरा, हटा, बटियागढ़, छपरवारा, चोपरा, कुलुआ, पटी, पथरिया, दमोह, जमुनिया, छतरपुर जिला और भी कई गांव के लोग औरंगाबाद में फंसे हुए हैं. ये लोग वहां पर काम करने के लिए गए हुए थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते वहां फंस गए हैं. इन युवाओं ने अपने कुछ मित्रों की मदद से वीडियो के माध्यम से गुहार लगाई है. उन लोगों का कहना है इसकी जानकारी जब उन्होंने अपने मित्रों को दी तो कुछ लोगों ने उन्हें राशन पानी की व्यवस्था करके दी है. वहीं वे लोग अब दमोह आना चाहते हैं जिसके लिए गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने ये भी बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि मदद तो दूर फोन भी नहीं उठा रहे हैं. सबसे बड़ी बात ये है एक की इनमें से एक महिला हफ्ते भर पहले ही मां बनीं है जिसके चलते उनके साथ छोटा बच्चा भी मौजूद है.
दमोह जिले के करीब 500 से ज्यादा लोग महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, इंदौर, भोपाल में फंसे हुए हैं. सरकार ने कुछ नंबर जारी करके मदद की बात कही है. लेकिन देखना होगा यह युवा सरकारी मदद से कब तक अपने घर पहुंच पाते हैं. फिलहाल ETV BHARAT की टीम ने फंसे हुए लोगों तक राशन पहुंचाया है जिससे वो कुछ दिनों तक का गुजारा चला सकते हैं.
दमोह में जारी हुए नंबर
- हॉस्पिटल कंट्रोल रूम 07812224299
- कोरोना कंट्रोल रूम एवं व्हाट्सएप-758786606
- खाद्य कंट्रोल रूम-8770548994
- परिवहन समस्या हेतु-9826463582
- कोरोना नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ डॉ गिरीश मिश्रा-9424342837