दमोह(Damoh)। ग्राम पंचायत कुमी पटना के पूर्व सरपंच मुरारी शर्मा हत्याकांड मामले में दमोह एसपी डीआर ने कड़ा एक्शन लिया है.हत्या से पहले 6 जून को आरोपी और मृतक पक्ष के बीच खेती की जमीन को लेकर विवाद हुआ था. आरोपी ने सरपंच को जान से मारने की धमकी भी दी थी.जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जांच शुरु कर दी है.
16 जून को हुई हत्या
16 जून को आरोपी और मृतक पक्ष में जमीन को लेकर विवाद हुआ था. जिसकी सूचना पर हटा पुलिस बीट प्रभारी प्रदीप चौधरी मौके पर पहुचे थे. उस दौरान मृतक मुरारी शर्मा के खेत में जुताई करने को लेकर आरोपी पक्ष ने बीट प्रभारी और पुलिस पर पथराव कर दिया था. इसमें बीट प्रभारी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई थी. लेकिन बीट प्रभारी प्रदीप चौधरी ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की. बल्कि इसके उलट पूर्व सरपंच मृतक मुरारी शर्मा के भाई गयादीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी. आरोपियों ने 10 दिन में मुरारी शर्मा की हत्या करने की धमकी दी थी और तीन दिन पहले ही सरपंच का शव बरामद हुआ. शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी.
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पुलिस पर हुई कार्रवाई
मामले को लेकर हटा टीआई मनीष मिश्रा और बीट प्रभारी प्रदीप चौधरी को पुलिस अधीक्षक डीआर तेनिवार ने लाइन हाजिर कर दिया है. हटा पुलिस ने घटना के आरोपी मधु शर्मा उर्फ रामनारायण शर्मा ,इनके पिता दयाराम शर्मा और सरोज को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में इस्तेमाल जेसीबी मशीन को जब्त कर लिया गया है. घटना के चश्मदीद ने पुलिस को बताया कि मधु शर्मा सहित अन्य लोगों ने ही जेसीबी चलाकर बोलेरो पलटा दी थी और मुरारी शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.