दमोह। कहते हैं कि कलयुग में हनुमान जी प्रत्यक्ष देव हैं. उन्हें प्रभु श्रीराम से अमरता का वरदान मिला है और वह तत्क्षण फल देने वाले हैं. शायद यही वजह है कि जब तब बजरंगबली चमत्कार दिखाते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला दमोह जिले की जबेरा ब्लॉक के ग्राम रोहिणी में देखने को मिला है. यहां गुरैया नदी के बीचों-बीच स्थित हनुमान जी की प्रतिमा को भीषण बाढ़ हिला तक नहीं पाई. रोहिणी ग्राम में गुरैया नदी के तट पर हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर बना हुआ था, जो बाढ़ में ध्वस्त हो गया.
हनुमानजी की प्रतिमा हिली भी नहीं: पिछले 3 दिन से लगातार जारी भीषण बारिश के कारण सभी नदियां उफान पर हैं. बाढ़ का पानी बस्तियों में घुस रहा है, पक्के मकान तक इसमें धराशाई हो गए हैं. ऐसे में यह चमत्कार लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. आपको बता दें गुरैया नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ता रहा और उसका बेग बहुत तेज हो गया तो आधे से अधिक मंदिर पानी में डूब गया. उसकी दीवारें एक-एक करके ढह गई. लगातार तीन दिन तक बजरंग बली की प्रतिमा के ऊपर से पानी बहता रहा लेकिन उनकी प्रतिमा हिली तक नहीं. ग्रामीण इसे चमत्कार मान रहे हैं.
लोग मान रहे चमत्कार, दोबारा बनेगा मंदिर: रोहिणी के ग्रामीणों का कहना है कि ''बजरंगबली हनुमान जी सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाले हैं. इनके दरबार पर जो भी आता है वह कभी खाली हाथ नहीं लौटा. इस भीषण बाढ़ में भी उनकी प्रतिमा जरा ही नहीं हिली. जबकि मंदिर सहित मकान क्षतिग्रस्त हो गए. इससे यह बात सिद्ध होती है कि भले ही कलयुग का कितना भी प्रभाव रहा हो लेकिन ईश्वरीय शक्ति के आगे बेअसर है.'' ग्रामीणों ने बताया कि ''बारिश का पानी रुकने के बाद एक बार फिर से उसी स्थान पर भगवान बजरंगबली का भव्य मंदिर तैयार किया जाएगा. अब तो हमारी आस्था पहले से और अधिक बढ़ गई है.''