दमोह। जिले के नरसिंहगढ़ चौकी क्षेत्र से दिल-दहलाने वाला घटनाक्रम सामने आया है. यहां खेत पर बनी एक झोपड़ी में अचनाक आग लग गई, जिससे झोपड़ी में मौजूद 2 मासूम बच्चे आग की चपेट में आ गये जिनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया.
झोपड़ी में आग लगने से 2 मासूम की मौत: कहते हैं सावधानी हटी दुर्घटना घटी... कुछ ऐसा ही मामला नरसिंहगढ़ चौकी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चंपत पिपरिया से सामने आया है. यहां एक दिल दहलाने वाले घटनाक्रम में 2 मासूम की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि ग्राम चंपत पिपरिया निवासी भगवान दास रावत खेत पर काम कर रहा था. उसकी 3 साल की बेटी ऋषिका रावत और 3 माह का मासूम बेटा बाबू रावत झोपड़ी में अकेले थे, तभी अचानक से झोपड़ी में आग लग गई. इसकी वजह से दोनों मासूम की उसी झोपड़ी में जिंदा जलकर मौत हो गई. आग शॉर्ट सर्किट होने से लगी या फिर किसी और कारण से इसका फिलहाल खुलासा नहीं हो सका है.
झोपड़ी जलकर बनी राख: खेत में काम कर रहे भगवान दास रावत ने झोपड़ी में जैसे ही आग लगी देखी तो वह बच्चों को बचाने के लिए दौड़ पड़ा, लेकिन तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी और दोनों बच्चे उसकी चपेट में आ चुके थे. जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक पूरी झोपड़ी जलकर राख हो गई थी, साथ ही दोनों बच्चे भी जिंदा जल चुके थे. झोपड़ी लकड़ी और घास से बनी हुई थी. उसके अंदर कुछ रुई के कपड़े, गद्दा, रजाई, आदि भी रखे हुए थे, जिसके कारण बहुत तेजी से आग भड़क उठी और यह हादसा रोकने का लोगों को मौका नहीं मिल पाया.
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घटना से गांव में छाया मातम: घटना की जानकारी मिलते ही नरसिंहगढ़ चौकी से पुलिस बल और पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंच गए. एसपी राकेश सिंह ने घटना को दुखद बताते हुए अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. साथ ही मृतक के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है. इस घटना के बाद पूरे चंपत पिपरिया गांव में मातम पसर गया है और पीड़ित परिजनों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.