दमोह। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MP East Electricity Board) ने नई पहल की है. इसके तहत अब कंपनी उपभोक्ताओं (Consumers) से खुद बिजली बिलों (Electricity Bill) की रीडिंग करवाएगी. बिजली कंपनी के ऐसा करने के पीछे दो कारण बताए जा रहे हैं. पहला कारण यह है कि इसके बाद उपभोक्ता बिजली के बढ़े हुए बिलों की शिकायत नहीं कर पाएंगे, तो दूसरा कारण इसके बाद बिजली कंपनी आउटसोर्स कर्मचारियों पर शिकंजा कस पाएगी.
उपभोक्ता खुद कर सकते हैं रीडिंग
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MP East Electricity Board) ने उपभोक्ताओं (Consumers) की शिकायतों से परेशान होकर यह नया तरीका निकाला है. कंपनी के इस कदम से आउटसोर्स कर्मचारियों पर शिकंजा कसेगा, साथ ही उपभोक्ताओं की बार-बार आने वाली शिकायतों में भी कमी आएगी. इसके लिए बिजली कंपनी ने एक स्मार्ट ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप की मदद से उपभोक्ता हर महीने की 1 से 5 तारीख के बीच में खुद रीडिंग अपलोड कर सकेगा. इसी रीडिंग के आधार पर उपभोक्ता का बिजली का बिल आएगा. बिजली कंपनी का कहना है कि बिलों में गड़बड़ी आउटसोर्स कर्मचारी करते हैं और नाम बिजली कंपनी का खराब होता है.
हर महीने 10 हजार शिकायतें
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MP East Electricity Board) के लिए नोएडा की फीडबैक कंपनी 5 साल से रीडिंग लेने का काम कर रही है. दक्षिण संभाग डिवीजन के अंतर्गत करीब सवा लाख उपभोक्ता आते हैं. जिसमें से हर महीने करीब 10 हजार से ज्यादा शिकायतें इस बात की आती है कि उपभोक्ता के घर रीडिंग लेने पहुंचे कर्मचारी ने मनमाना बिल दे दिया. बिजली विभाग के 10 से 15 दिन इन शिकायतों का निराकरण करने और रीडिंग सुधारने में चले जाते हैं.
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गड़बड़ बिलों से मिलेगा छुटकारा
लगातार आ रही शिकायतों के बाद अब बिजली विभाग उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिलों के लिए जागरुक कर रहा है. इस प्लान के तहत अब उपभोक्ता ऐप की मदद से हर महीने मीटर की फोटो खींचकर रीडिंग अपलोड कर पाएगा. इसी रीडिंग के आधार पर उपभोक्ता का बिजली का बिल आएगा. ऐसे में हर महीने आने वाली शिकायतों से बिजली कंपनी को राहत मिलेगी.
निजी कर्मचारी करते हैं गड़बड़ी
कर्मचारी यूनाइटेड फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण राजपूत कहते हैं कि वह कई बार शिकायत कर चुके हैं कि आउट सोर्स कंपनी फीडबैक का अनुबंध निरस्त किया जाना चाहिए. उनके कर्मचारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं. जिससे कि उपभोक्ताओं के बिल गड़बड़ आते हैं. बिल सुधार के लिए आने वाले उपभोक्ता कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार तक कर देते हैं. लेकिन इस सिस्टम के बाद अब उपभोक्ताओं और कर्मचारी दोनों को ही राहत मिलेगी.
ऐप से हो सकेंगे कई काम
दक्षिण संभाग के कार्यपालन अभियंता ओपी सोनी कहते हैं कि इस ऐप की मदद से अब उपभोक्ताओं को 1 से 5 तारीख के बीच खुद ही अपने मीटर की रीडिंग फोटो खींचकर अपलोड करना पड़ेगी. जिससे उन्हें समय पर बिल प्राप्त हो जाएगा और बढ़े हुए बिलों से भी छुटकारा मिलेगा. इससे उपभोक्ताओं को इस बात की भी संतुष्टि रहेगी कि उनका बिल ठीक आया है. ओपी सोनी ने बताया कि इस ऐप की मदद से नए कनेक्शन, शिकायत, बिल का भुगतान सभी तरह के काम हो सकेंगे