दमोह। पथरिया से बसपा विधायक राम बाई चर्चाओं में बने रहने के लिए कुछ ना कुछ बयान देती रहती है. लेकिन उन्होंने इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दलितों के घर खाना खान को लेकर बड़ा हमला बोला है. राम बाई ने कहा कि जिसके मन में खोट होता है वहीं दिखावे की राजनीति करता है. उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि शादी विवाह या किसी गरीब के घर कोई मंत्री मिनिस्टर खाना खाता है या पानी पीता है तो उसकी खबर छप जाती है, टीवी चैनल में खबर लग जाती है लेकिन किसी के हृदय में आपके लिए प्रेम है तो रोटी खाकर दिखावा करने की क्या जरूरत है.
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दिखावा क्यों
उन्होंने कहा कि जब किसी गरीब के घर पर कोई रोटी खाता है तो फोटो क्यों छप जाती है कि जमीन पर बैठकर रोटी खाई, फलाने ने खाई, रामबाई ने खाई. जब किसी अमीर के यहां रोटी कोई खाता है तब तो नहीं बताता की रोटी खाई है. राम बाई यहीं नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा कि वह अपने गांव सिमरी में जब छोटी थी तो दलितों के साथ बकरियां भी चराती थीं और रोटी भी खाती थीं.
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राम बाई के बयान के मायने
यहां इस बात को समझना जरूरी है कि आखिर बसपा विधायक राम बाई ने ऐसा क्यों कहा. दरअसल दमोह दौरे पर शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, मन्नूलाल अहिरवार के घर भोजन करने गए थे. उन्होंने वहां जमीन पर बैठकर भोजन किया था. सूत्रों का कहना है कि राम बाई के एक निजी कार्य को सीएम ने करने से मना कर दिया था. क्योंकि उस मामले में पहले ही सरकार की बहुत किरकिरी हो चुकी है. जिसके बाद रामबाई की नाराजगी कटाक्ष के रूप में सामने आई है. बता दें कि विधायक राम बाई पथरिया में संत रविदास महाराज की 664वीं जयंती के एक कार्यक्रम में शामिल हुई थी.