दमोह। एक ओर बच्चों को देने के लिए सरकारी स्कूलों में पर्याप्त किताबें नहीं है. वहीं जिले के बीईओ कार्यालय के पास एक बिल्डिंग में हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के कई विषयों की किताबें पानी में सड़ रहीं हैं. ये सभी किताबें वर्ष 2019 की हैं, जबकि कई जिले के कई स्कूलों में कोर्स की पूरी किताबें तक नहीं हैं.
शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों को हर साल निःशुल्क किताबें देता है, लेकिन किताबों के रख रखाव में लापरवाही के चलते पानी में सड़ चुकी हैं. जिससे आला अधिकारियों की लापरवाही साफ उजागर होती है. तो वहीं जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह कहते हैं कि डिमांड करने के बाद 10 फीसदी कम पुस्तकें ही प्राप्त होती हैं, इसके बावजूद भी पुस्तकों का पूरी तरह से वितरण ना किया जाना विभाग की कथनी और करनी पर सवाल खड़े करता है, उन्होंने ने कहा कि किताबें किस वर्ष की हैं इसकी जांच की जायेगी.