दमोह। जिले में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इनका कहना है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने वचन पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करने का वादा किया था, जो अभी तक अधूरा है. जिसके चलते उन्हें फिर आंदोलन की राह पर चलना पड़ेगा.
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के अंदर अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और पूरा वेतन नहीं दिया गया तो वे फिर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने पर मजबूर होंगी. उनका कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा उन्हें नियमित नहीं किया गया, कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में उनको नियमित करने की बात कही थी, इतना वक्त बीत जाने के बाद भी सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नियमित नहीं किया है और न ही नई सरकार बनने के बाद उन्हें पूरा वेतन दिया गया है.
उन्होंने बताया कि अभी भी उनके निर्धारित वेतन से 3 गुना कम वेतन दिया जा रहा है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट मुंह बाये खड़ा है. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वर्तमान सरकार बनने के बाद वेतन की समस्या गहराने लगी है. उनको नियमित नहीं किए जाने से वे आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगी. इस दौरान संगठन की ओर से एक ज्ञापन भी मांगों का सौंपा गया है.