दमोह। हटा में पदस्थ एक आरक्षक पर गोपनीय जानकारी वायरल करने की धमकी देने के गंभीर आरोप एक युवक-युवती ने लगाए हैं. पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत शपथ पत्र देकर पुलिस अधीक्षक से की है.
क्या है मामला
दरअसल अमन पटेल नाम के एक युवक ने पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान को शपथ पत्र देकर हटा में पदस्थ आरक्षक गौरव मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. युवक ने आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी हटा निवासी एक शादीशुदा युवती से साल 2020 में पहचान हुई थी. चूंकि युवती ने हटा के ही एक युवक से प्रेम विवाह किया था, लेकिन दहेज को लेकर ससुराल वाले उस युवती को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देते थे. जिससे परेशान होकर उसने हटा थाने में ससुराल वालों के खिलाफ दहेज एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कराया था.
सोशल मीडिया से हुई पहचान
युवक ने बताया की जब युवती मानसिक रूप से परेशान थी. उसी दौरान अमन की सोशल मीडिया के माध्यम से उससे पहचान हुई और उन दोनों में चैटिंग होने लगी. इस बात की भनक जब ससुराल वालों को लगी तो उन्होंने अमन पटेल के खिलाफ हटा थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद इसी साल जनवरी में हटा थाने में पदस्थ आरक्षक पवन पटेल और आरके यादव उसे इंदौर से पकड़कर दमोह ले आए. जहां उसके साथ मारपीट की गई. साथ ही हटा थाने में पदस्थ आरक्षक गौरव मिश्रा ने मोबाइल का डाटा अपने पास ट्रांसफर कर लिया. तभी से वह उक्त विवाहित युवती और अमन को लगातार ब्लैकमेल कर रहा है कि वह यह सारा डाटा सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा. इसके अलावा युवती के परिजनों और उसके ससुराल वालों को भी यह पूरा डाटा देकर बदनाम कर देगा.
शिकायत में आरोप लगाया जा रहा है कि आरक्षक द्वारा अनुचित मांग की जा रही है. दोनों पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक से मामले में त्वरित हस्तक्षेप कर आरक्षक पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए उसके पास से डाटा डिलीट कराने की मांग की है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. अगर आरक्षक दोषी पाया जाता है तो उस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.