दमोह। दमोह जिले के पथरिया में सिद्ध पहाड़ी के पास मॉडल हाई स्कूल के आसपास बाउंड्री वाल बनाने के बजाय, अवैध उत्खनन कर छोड़ दिया गया है, जिससे बड़े-बड़े तालाब जैसे गड्ढे हो गए हैं और अब उसमें लोग कचरा डंप कर रहे हैं. जिससे यहां आने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बदबूदार माहौल के बीच बच्चों को पढ़ाई करनी पड़ रही है.
वहीं इस ओर स्थानीय शासन-प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि यहां के शिक्षकों ने भी इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी पथरिया को एक आवेदन दिया था. प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि, विद्यालय की भूमि को उत्खनन करने वालों ने विशाल गड्ढों में तब्दील कर दिया है, जिसको रोकने के बजाए उन्हीं गड्ढों को नगर परिषद ने कचरा घर बना दिया है. जिससे प्रदूषण फैल रहा है, वहीं बारिश के दिनों में यहां सांप बिच्छू जैसे जहरीले कीड़ों का भी डर बना रहता है.
आधी- अधूरी बाउंड्री के सहारे यहां के बच्चे तालाब जैसे बड़े बड़े गहरे गड्ढों में खेलने को मजबूर हैं. बाउंड्री न होने की वजह से आसपास के लोग यहां कचड़ा फेंक रहे हैं, प्रभारी प्राचार्य संतोष कुमार जैन ने इसकी शिकायत के लिए एसडीएम अदिति यादव को ज्ञापन भी सौपा, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
शिक्षा का मंदिर बना कचड़े का अड्डा
बड़े बड़े गड्ढे की वजह से स्कूल के बच्चे खेल के मैदान को तरस रहे थे, वहीं उस पर अब नगर का कचरा भी यहां डंप करने से प्रदूषण हो रहा है. प्राचार्य संतोष जैन का कहना है कि, मॉडल स्कूल में बहुत सारी अनियमितताएं हैं, लेकिन उच्च अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि, पहले यहां बिजली पानी की दिक्कत थी, वहीं बाउंड्री न होने से अब लोग शौच क्रिया भी करने लगे हैं, साथ ही ग्राउंड को कचरा घर बना दिया गया है. खेल मैदान के गड्ढों ने जलाशय का रूप ले लिया है, दिनभर मैदान में जानवरों का बसेरा रहता है.
प्राचार्य ने बताया कि, पथरिया मॉडल स्कूल में बेहतर मैदान तो है, लेकिन यहां के भूमाफियों ने अवैध खनन के कारण बड़े बड़े तालों का रूप ले लिया है. पिछले सत्र में मॉडल स्कूल अंधेरे में था क्यों कि यहां के मुख्य अधिकारी वर्ग ने बिजली बिल नही भरा था.