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छिंदवाड़ा: स्व सहायता समूह की महिलाएं संचालित करेंगी आदर्श आत्मनिर्भर गौशाला - स्व सहायता समूह

छिंदवाड़ा में जिला प्रशासन द्वारा नवाचार करते हुए जिले के विकासखंड चौरई की रामगढ़ गौ-शाला को आदर्श आत्मनिर्भर गौ-शाला के रूप में विकसित किया जा रहा. कलेक्टर समेत अधिकारियों ने गौशाला का निरीक्षण किया है

Women of self-help groups will operate ideal self-sufficient gaushalas in Chhindwara
स्व सहायता समूह
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Published : Dec 22, 2020, 8:49 AM IST

छिंदवाड़ा। जिला प्रशासन द्वारा नवाचार करते हुए जिले के विकासखंड चौरई की रामगढ़ गौ-शाला को आदर्श आत्मनिर्भर गौ-शाला के रूप में विकसित किया जा रहा. इसका संचालन कार्य योजना के तहत स्व-सहायता समूह और विभिन्न विभागों के सहयोग से किया जा रहा है, कलेक्टर समेत अधिकारियों ने गौशाला का निरीक्षण किया है.

गौशाला की जमीन पर महिलाएं कर रही खेती

प्रथम चरण में गौशाला की भूमि पर कृषि कार्य, पपीते के 500 पौधों का रोपण और बायो फ्लॉक प्लांट द्वारा गौ-शाला की आय बढ़ाने की योजना है. वर्तमान में गौ-शाला की साढ़े छ एकड़ भूमि में गेहूं की बोनी की गई है. गौशाला संचालन की व्यवस्थाएं देखने के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन रामगढ़ पहुंचे और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और उत्साहपूर्वक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया.

अनाज क्वॉलिटी टेस्टिंग किट का लाइव डेमो भी किया गया

ग्रामहल संगठन द्वारा अनाज की क्वॉलिटी टेस्टिंग किट का लाइव डेमो भी किया गया. उपयोगी पाए जाने पर इस तरह की किट के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उनके द्वारा किसानों के अनाज की क्वालिटी टेस्टिंग का कार्य कराकर अतिरिक्त आय के साधन जुटाने की कार्य योजना बनाई जाएगी. इस दौरान कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर 500 पपीते के पौधे लगाने और बायो फ्लॉक प्लांट लगाने का कार्य शीघ्र करने के निर्देश दिए।

छिंदवाड़ा। जिला प्रशासन द्वारा नवाचार करते हुए जिले के विकासखंड चौरई की रामगढ़ गौ-शाला को आदर्श आत्मनिर्भर गौ-शाला के रूप में विकसित किया जा रहा. इसका संचालन कार्य योजना के तहत स्व-सहायता समूह और विभिन्न विभागों के सहयोग से किया जा रहा है, कलेक्टर समेत अधिकारियों ने गौशाला का निरीक्षण किया है.

गौशाला की जमीन पर महिलाएं कर रही खेती

प्रथम चरण में गौशाला की भूमि पर कृषि कार्य, पपीते के 500 पौधों का रोपण और बायो फ्लॉक प्लांट द्वारा गौ-शाला की आय बढ़ाने की योजना है. वर्तमान में गौ-शाला की साढ़े छ एकड़ भूमि में गेहूं की बोनी की गई है. गौशाला संचालन की व्यवस्थाएं देखने के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन रामगढ़ पहुंचे और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और उत्साहपूर्वक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया.

अनाज क्वॉलिटी टेस्टिंग किट का लाइव डेमो भी किया गया

ग्रामहल संगठन द्वारा अनाज की क्वॉलिटी टेस्टिंग किट का लाइव डेमो भी किया गया. उपयोगी पाए जाने पर इस तरह की किट के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उनके द्वारा किसानों के अनाज की क्वालिटी टेस्टिंग का कार्य कराकर अतिरिक्त आय के साधन जुटाने की कार्य योजना बनाई जाएगी. इस दौरान कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर 500 पपीते के पौधे लगाने और बायो फ्लॉक प्लांट लगाने का कार्य शीघ्र करने के निर्देश दिए।

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