छिंदवाड़ा। अप्रैल में ही जिले के कई इलाकों में पानी की किल्लत शुरू हो गई है. लगातार जलस्तर गिर रहा है, जिसके चलते ही कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने जिले को जल अभावग्रस्त घोषित किया है. कलेक्टर ने जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए कहा कि सार्वजनिक जल स्रोतों का 15 जून या फिर उससे पहले बारिश होने होने तक सिर्फ पीने के पानी और घरेलू निस्तार के लिए उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा अगर कोई भी इन स्थानों जल स्रोत दूसरे प्रयोजन में उपयोग करेगा, तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. गिरते जलस्तर से निपटने के लिए कलेक्टर ने ऐसे आदेश जारी किए हैं. (water crisis in chhindwara)
निजी जल स्त्रोतों का भी किया जा सकेगा अधिग्रहणः कलेक्टर ने इस दौरान यह भी कहा कि जिले में किसी भी तरह के नलकूप खनन पर रोक लगा दी है. साथ ही अगर कोई निजी क्षेत्र में नलकूप खनन कराना चाहेगा, तो उसे संबंधित इलाके के एसडीएम से नीतिगत अनुमति लेनी होगी. कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा कि ऐसे इलाके जहां सार्वजनिक जल स्रोत भी सूख गए हैं. वहां पर किसी के भी निजी जल स्रोत हैं, उन्हें जनहित में संबंधित एसडीएम अधिग्रहण कर लोगों को पानी की व्यवस्था कराएंगे. (chhindwara collector order on water crisis)
कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने जिले में जल संकट से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के लिए पीएचई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को लिखा है ताकि छिंदवाड़ा जिले के बड़े बांधों से सभी जगह पानी पहुंचाया जा सके. इसके लिए पर्याप्त फंड आने के बाद कुछ वर्षों में ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी ताकि जिले में ऐसी समस्या उत्पन्न न हो.