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Tribal Pride Day बिरसा मुण्डा ने शोषण व गुलामी के खिलाफ समाज को संगठित किया, छग की राज्यपाल ने गौरव दिवस के लिए मोदी को धन्यवाद दिया

आदिवासी सिरमौर birsa munda के जन्मदिवस को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इसके लिए लगातार कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे हैं. इसी सिलसिले में छत्तीगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके भी छिंदवाड़ा में हो रहे कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचीं. उन्होंने इस गौरव दिवस आयोजन के लिए Prime Minister Narendra Modi के प्रति आभार प्रकट किया. साथ ही यह भी कहा कि tribal society को भी जागना होगा. उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं को बेहतर ढंग से संरक्षित करना होगा.

gaurav diwas chhattisgarh governor anusuiya uike
राज्यपाल ने गौरव दिवस के लिए मोदी को धन्यवाद दिया
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Published : Nov 16, 2022, 6:47 AM IST

छिन्दवाड़ा। छत्तीसगढ़ (छग) की राज्यपाल सुश्री anusuiya uike ने छिंदवाड़ा प्रवास के दौरान, ‘‘Tribal Pride Day’’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं. उन्होंने बिरसा मुण्डा के जन्मदिवस को ‘‘जनजाति गौरव दिवस’’ के रूप में मनाने के निर्णय को गौरवपूर्ण बताते. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि इससे जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को सम्मान मिला है. (gaurav diwas chhattisgarh governor anusuiya uike)

the culture of tribal society is wonderful
अद्भुत है आदिवासी समाज की संस्कृति

आदिवासियों की गुलामी और शोषण के खिलाफ लड़े थे मुंडाः राज्यपाल ने Birsa munda के जन्मदिवस पर उन्हें याद करते हुए कहा कि वे एक महान आदिवासी नेता थे. उन्होंने शोषण और गुलामी के खिलाफ आदिवासी समाज को संगठित किया और देश व समाज को एक नई दिशा दी. वीर बिरसा मुण्डा ने tribal society को सामाजिक कुरीतियों और आडम्बरों के खिलाफ भी जागृत किया और अच्छाईयों को ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया. उनके आह्वान से तत्कालीन जनजातीय समाज में जागृति आई. राज्यपाल ने कहा कि बिरसा मुण्डा ने हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. इनके जैसे महानायकों से देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा एवं संवर्धन की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने जनजातीय समाज को अशिक्षा तथा अन्य आडम्बरों से मुक्त होकर तथा अपनी मौलिक संस्कृति को बचाने एवं देश की प्रगति में अधिक से अधिक योगदान देने की आवश्यकता बताई. (birsa munda organized society against exploitation and slavery)

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छग में आदिवासियों के विकास के लिए कामः Governor anusuiya uike ने कहा कि राज्यपाल बनने के बाद उन्हेांने छत्तीसगढ़ राज्य के हजारों आदिवासियों की समस्याओं को दूर करने के लिए लगातार कार्य किया है. इस दौरान उन्होंने आदिवासियों से निरंतर मुलाकात की और उनकी समस्याओं को दूर करने का कार्य किया. Prime Minister Narendra Modi ने आदिवासी के सम्मान और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. आदिवासियों की मान्यताओं का सम्मान करते हुए, उनके प्राचीन गोंडी धर्म को भी मान्यता मिलनी चाहिए. इससे वे अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं को बेहतर तरीके से संरक्षित रख सकेंगे. इसके अलावा आदिवसियों के conversion को भी रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए. इसके लिए आदिवासी समाज को स्वयं भी जागरूक होना होगा ताकि कोई भी बाहरी लोग उन्हें प्रभावित न कर सकें. राज्यपाल ने कहा कि जनता के द्वारा चुने हुए लेागों को आदिवासी समाज के विकास के लिए सकारात्मक रूप से कार्य करना चाहिए. आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए, सभी राज्यों में पेसा कानून को शीघ्र लागू कराए जाने की जरूरत भी बताया. (Chhattisgarh governor thanks modi for gaurav diwas)

अद्भुत है आदिवासी समाज की संस्कृतिः Tribal society को हमेशा से ही अहमियत देते हैं और उसी जनजातिय समाज के नृत्य, संगीत और पंरपराओं को आधुनिक रूप दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह प्राचीन संस्कृति आपकी अपनी है. इसे विकसित और समृद्ध करने की जिम्मेदारी भी आप पर है. इसके लिए आप सभी को बेहतर शिक्षा से जुड़ना और जागरूक होना होगा ताकि किसी भी प्रकार के शोषण से सुरक्षित हो सकें. कोण्डागांव के सल्फीपदर ग्राम के बारे में बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि वहां के आदिवासी एवं ग्रामीणों ने निरंतर मेहनत करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई है. उनकी इसी विशेषता के कारण और उनके बेहतर विकास के लिए, उन्होंने उस गांव को गोद लिया है. उन्होंने कहा कि सभी आदिवासी अपनी आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के लिए दृढ़ संकल्पित रहें और जीवन की हर समस्याओं से लड़ते हुए एवं परिस्थितियों की परवाह न करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहें है. (The culture of tribal society is wonderful)

छिन्दवाड़ा। छत्तीसगढ़ (छग) की राज्यपाल सुश्री anusuiya uike ने छिंदवाड़ा प्रवास के दौरान, ‘‘Tribal Pride Day’’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं. उन्होंने बिरसा मुण्डा के जन्मदिवस को ‘‘जनजाति गौरव दिवस’’ के रूप में मनाने के निर्णय को गौरवपूर्ण बताते. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि इससे जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को सम्मान मिला है. (gaurav diwas chhattisgarh governor anusuiya uike)

the culture of tribal society is wonderful
अद्भुत है आदिवासी समाज की संस्कृति

आदिवासियों की गुलामी और शोषण के खिलाफ लड़े थे मुंडाः राज्यपाल ने Birsa munda के जन्मदिवस पर उन्हें याद करते हुए कहा कि वे एक महान आदिवासी नेता थे. उन्होंने शोषण और गुलामी के खिलाफ आदिवासी समाज को संगठित किया और देश व समाज को एक नई दिशा दी. वीर बिरसा मुण्डा ने tribal society को सामाजिक कुरीतियों और आडम्बरों के खिलाफ भी जागृत किया और अच्छाईयों को ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया. उनके आह्वान से तत्कालीन जनजातीय समाज में जागृति आई. राज्यपाल ने कहा कि बिरसा मुण्डा ने हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. इनके जैसे महानायकों से देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा एवं संवर्धन की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने जनजातीय समाज को अशिक्षा तथा अन्य आडम्बरों से मुक्त होकर तथा अपनी मौलिक संस्कृति को बचाने एवं देश की प्रगति में अधिक से अधिक योगदान देने की आवश्यकता बताई. (birsa munda organized society against exploitation and slavery)

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छग में आदिवासियों के विकास के लिए कामः Governor anusuiya uike ने कहा कि राज्यपाल बनने के बाद उन्हेांने छत्तीसगढ़ राज्य के हजारों आदिवासियों की समस्याओं को दूर करने के लिए लगातार कार्य किया है. इस दौरान उन्होंने आदिवासियों से निरंतर मुलाकात की और उनकी समस्याओं को दूर करने का कार्य किया. Prime Minister Narendra Modi ने आदिवासी के सम्मान और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. आदिवासियों की मान्यताओं का सम्मान करते हुए, उनके प्राचीन गोंडी धर्म को भी मान्यता मिलनी चाहिए. इससे वे अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं को बेहतर तरीके से संरक्षित रख सकेंगे. इसके अलावा आदिवसियों के conversion को भी रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए. इसके लिए आदिवासी समाज को स्वयं भी जागरूक होना होगा ताकि कोई भी बाहरी लोग उन्हें प्रभावित न कर सकें. राज्यपाल ने कहा कि जनता के द्वारा चुने हुए लेागों को आदिवासी समाज के विकास के लिए सकारात्मक रूप से कार्य करना चाहिए. आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए, सभी राज्यों में पेसा कानून को शीघ्र लागू कराए जाने की जरूरत भी बताया. (Chhattisgarh governor thanks modi for gaurav diwas)

अद्भुत है आदिवासी समाज की संस्कृतिः Tribal society को हमेशा से ही अहमियत देते हैं और उसी जनजातिय समाज के नृत्य, संगीत और पंरपराओं को आधुनिक रूप दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह प्राचीन संस्कृति आपकी अपनी है. इसे विकसित और समृद्ध करने की जिम्मेदारी भी आप पर है. इसके लिए आप सभी को बेहतर शिक्षा से जुड़ना और जागरूक होना होगा ताकि किसी भी प्रकार के शोषण से सुरक्षित हो सकें. कोण्डागांव के सल्फीपदर ग्राम के बारे में बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि वहां के आदिवासी एवं ग्रामीणों ने निरंतर मेहनत करते हुए अपनी अलग पहचान बनाई है. उनकी इसी विशेषता के कारण और उनके बेहतर विकास के लिए, उन्होंने उस गांव को गोद लिया है. उन्होंने कहा कि सभी आदिवासी अपनी आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के लिए दृढ़ संकल्पित रहें और जीवन की हर समस्याओं से लड़ते हुए एवं परिस्थितियों की परवाह न करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहें है. (The culture of tribal society is wonderful)

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