छिन्दवाड़ा। कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रदेश सरकार ने बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए हैं. जिसमें उन्हें 14 दिन तक रोकने के बाद ही घर भेजा जा रहा है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. लेकिन यहां पर सोशल डिस्टेंंसिंग का बिल्कुन भी पालन नहीं हो रहा है, जो कोरोना संक्रमण के फैलने की वजह बन सकता है.
मामला जुन्नारदेव विधानसभा के रामपुर आदिवासी छात्रावास का है. जिसे बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर मेंं तब्दील किया गया है. जिसमें कई मजदूरों को रोका गया है.लेकिन कोरोना से सुरक्षा के लिए जरूरी सोशल डिस्टेंसिंग का यहा जमकर मजाक बनाया जा रहा है. जिसमें न सिर्फ मजदूरों को खाना साथ में बैठा कर खिलाया जा रहा है, बल्कि सोने के लिए भी एक ही कमरे का उपयोग किया जा रहा है.