छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव को अभी समय है लेकिन जोरआजमाइश का दौर शुरू हो गया है. एक बार फिर छिंदवाड़ा की राजनीति में श्रीराम की एंट्री हो गई है. एक तरफ जहां अक्षत कलश यात्रा के माध्यम से बीजेपी और आरएसएस घर-घर पहुंचकर लोगों को अयोध्या पहुंचने का निमंत्रण दे रही है तो वहीं कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ ने श्री राम महोत्सव की शुरुआत की है. जिसके चलते जिले भर में करीब 4 करोड़ 31 लाख राम नाम लेखन किया जाएगा.जिन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में समर्पित किया जाएगा.
'राम नाम लेखन का बनेगा रिकॉर्ड'
छिंदवाड़ा जिले में श्रीराम नाम का लेखन..सांसद नकुलनाथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए. राम नाम लेखन की शुरूआत की. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक है. छिन्दवाड़ा-पांढुर्ना जिले में मारुति नंदन सेवा समिति के द्वारा निरंतर राम नाम पत्रकों का वितरण किया जा रहा है. प्रत्येक पत्रक पर धर्मप्रेमी 108 बार राम नाम लिखेगा. इस प्रकार कुल 4 करोड़ 31 लाख राम नाम का लेखन होगा जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड बनेगा. उन्होंने जिलेवासियों को इस आयोजन की बधाई देते हुये यह अपील भी की कि अधिक से अधिक संख्या में धर्मप्रेमी बंधुगण इन पत्रकों पर राम नाम लिखकर पुण्य लाभ अर्जित करें. राम नाम लेखन के सभी पत्रकों को दो बसों के माध्यम से 22 जनवरी को अयोध्या में ले जाकर समर्पित किया जाएगा.
जिले भर में श्रीराम नाम महोत्सव का आयोजन
दरअसल पूर्व सीएम कमलनाथ के द्वारा बनवाए गए सिमरिया में सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर का संचालन मारुति नंदन सेवा समिति के द्वारा किया जाता है. यह समिति ही श्रीराम नाम महोत्सव का आयोजन जिले भर में कर रही है. इसके साथ ही लोगों को एक पत्रक दिया जा रहा है इस पत्रक में 108 बार राम नाम लेखन करना है.
चुनाव के पहले शिव पुराण और राम कथा
बीजेपी लगातार कांग्रेस पर धर्म सहित श्रीराम मंदिर का विरोधी होने का आरोप लगाते आ रहे हैं. इसके उलट लगातार कमलनाथ खुद को हनुमान भक्त सनातन प्रेमी बताते हैं. खुद उन्होंने 2012 में मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी हनुमानजी की प्रतिमा की स्थापना भी कराई है. इतना ही नहीं 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले भी उन्होंने प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा भी हनुमान मंदिर के प्रांगण में करवाई थी.
कमलनाथ भी होंगे शामिल, लिखेंगे राम नाम
श्रीराम नाम महोत्सव में पूर्व सीएम कमलनाथ भी शामिल होंगे और वे श्रीराम नाम लेखन पत्रक में राम नाम लिखेंगे. इसके पहले सांसद नकुलनाथ ने भी समारोह में शामिल होकर खुद राम नाम लिखने के लिए पर्चे वितरित किए और खुद ने भी राम नाम लिखा.