छिंदवाडा। जिले में कोरोना महामारी और कोरोना कर्फ्यू से प्रिटिंग प्रेस का व्यापार चौपट हो गया हैं. शादियों के सीजन में विवाह कार्यक्रमों पर प्रशासन का पहरा लगा हुआ हैं. हालांकि, चोरी छिपे कहीं-कहीं शहनाइयां तो बज रही हैं, लेकिन शादी के कार्ड पिछले 2 साल से नहीं छप रहा है और प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाय भी बंद पड़ा हैं.
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- 2 सालों से हाल बेहाल
छिंदवाड़ा में प्रिटिंग प्रेस में काम करने वाले कर्मचारी बताते है कि कोरोना कर्फ्यू के कारण वह अपने परिवार का पालन पोषण तक नहीं कर पा रहे हैं. जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय बनी हुई हैं. वहीं, प्रिटिंग प्रेस संचालक बताते हैं कि कोरोना कर्फ्यू के कारण लोग पिछले दो साल से शादी के कार्ड नहीं छपवा रहे हैं, जिसके कारण इसके व्यवसाय पर ग्रहण लग गया हैं. हालांकि इन लोगों ने शासन से गुहार लगाई हैं कि उन्हें भी 2-3 घंटे का समय दे दिया जाय. साथ ही बिजली बिल और टैक्स में छूट देने की गुहार लगाई हैं.