छिंदवाड़ा। प्रदेश के जिला अस्पतालों का हाल-बेहाल है, कहीं मरीजों के लिए बैड उपलब्ध नहीं है तो कहीं पानी के लिए मरीजों को तरसना पड़ता है. वहीं छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां एक मरीज की बीपी चेक करने के बाद की पर्ची बदल गई.
अजब एमपी का गजब जिला अस्पताल, बदल दी मरीज की रिपोर्ट
जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां एक मरीज की इलाज के दौरान बीपी की रिपोर्ट बदल गई.
जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला
छिंदवाड़ा। प्रदेश के जिला अस्पतालों का हाल-बेहाल है, कहीं मरीजों के लिए बैड उपलब्ध नहीं है तो कहीं पानी के लिए मरीजों को तरसना पड़ता है. वहीं छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां एक मरीज की बीपी चेक करने के बाद की पर्ची बदल गई.
Intro:छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में मरीज के परिजन ने लगाया लापरवाही का आरोप
कहां बी पी चेक के दौरान पर्ची बदली यदि कोई मरीज उस पर्ची के मुताबिक दवाई खा लेता है तो दूसरे मरीज की तबीयत बिगड़ सकती है
बी पी चेक करने वाली सिस्टर ने पर्ची बदलने की बात से साफ इनकार किया
Body:जिला अस्पताल में लापरवाही का एक मामला सामने आया जिसमें परिजन ने आरोप लगाया कि इलाज कराने के दौरान वहा बी पी चेक करने के लिए गया था वहां उसकी पर्ची बदल गई और उस पर्ची में लिखी हुई दवाई कोई यदि दूसरा मरीज खा लेता है तो मरीज की तबीयत और ज्यादा खराब हो सकती है इस लापरवाही को मरीज के परिजन ने डॉक्टर को बताया डॉक्टर ने भी माना यदि कोई दूसरा व्यक्ति इन दवाइयों को खा लेता है तो दिक्कतें आ सकती है वही बीपी चेक करने वाली सिस्टर ने साफ इनकार किया कि उनके पास से स्लिप चेंज हुई है मरीज के परिजन का कहना था कि यदि जिला अस्पताल में ही ऐसी लापरवाही होगी तो व्यक्ति इलाज कराने जाएगा कहां
वही छिंदवाड़ा में सुपर स्पेशलिस्ट मेडिकल कॉलेज खुला है पर कर्मचारियों की लापरवाही के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है
बाईट - 01- अंशुल पहाड़े ,मरीज का बेटा
बाईट -02- अंशु नागवंशी, सिस्टर
बाईट- 03- डॉ भूपेंद्र, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर
Conclusion:
कहां बी पी चेक के दौरान पर्ची बदली यदि कोई मरीज उस पर्ची के मुताबिक दवाई खा लेता है तो दूसरे मरीज की तबीयत बिगड़ सकती है
बी पी चेक करने वाली सिस्टर ने पर्ची बदलने की बात से साफ इनकार किया
Body:जिला अस्पताल में लापरवाही का एक मामला सामने आया जिसमें परिजन ने आरोप लगाया कि इलाज कराने के दौरान वहा बी पी चेक करने के लिए गया था वहां उसकी पर्ची बदल गई और उस पर्ची में लिखी हुई दवाई कोई यदि दूसरा मरीज खा लेता है तो मरीज की तबीयत और ज्यादा खराब हो सकती है इस लापरवाही को मरीज के परिजन ने डॉक्टर को बताया डॉक्टर ने भी माना यदि कोई दूसरा व्यक्ति इन दवाइयों को खा लेता है तो दिक्कतें आ सकती है वही बीपी चेक करने वाली सिस्टर ने साफ इनकार किया कि उनके पास से स्लिप चेंज हुई है मरीज के परिजन का कहना था कि यदि जिला अस्पताल में ही ऐसी लापरवाही होगी तो व्यक्ति इलाज कराने जाएगा कहां
वही छिंदवाड़ा में सुपर स्पेशलिस्ट मेडिकल कॉलेज खुला है पर कर्मचारियों की लापरवाही के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है
बाईट - 01- अंशुल पहाड़े ,मरीज का बेटा
बाईट -02- अंशु नागवंशी, सिस्टर
बाईट- 03- डॉ भूपेंद्र, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर
Conclusion: