छिंदवाड़ा। जिले के सौंसर में लगातार मनमाने बढ़ते बिजली के बिलों को देखकर औद्योगिक इकाइयों के मालिक घबरा गए हैं. हाल ही में अनाप-शनाप आ रहे बिजली बिलों से परेशान बोरगंव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने बिल नहीं भरने का फैसला लिया है.
लॉकडाउन के चलते मजदूर और कंपनी का स्टाफ भी लगभग 2 महीने से कंपनी में नहीं पहुंचे हैं, जिससे उद्योग भी बंद पड़े हुए हैं. अब जैसे- तैसे उद्योग शुरू करने को लेकर कुछ छोटी बड़ी कम्पनी इकाइयां प्रयास कर ही रही थी, लेकिन मध्यप्रदेश पुर्व विद्युत वितरण कंपनी के बिजली बिल को देखकर उद्योग मालिक चौंक गए, कि आखिर दो-तीन महीने से उद्योग बंद होने के बावजूद इतना अधिक बिल कैसे थमा दिया गया है. सारे उद्योग धंधे बंद पड़े हैं, आर्थिक व्यवस्था लड़खड़ा गई है.
बोरगांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतेंद्र पटेल ने साफ कहा कि, सरकार द्वारा बड़े बिल वापस लिए जाने चाहिए, क्योंकि जब उद्योग ही बंद थे, तो बिल क्यों देंगे. सारे छोटे-बड़े उद्योग को हम जैसे-तैसे चालू करने का प्रयास कर रहे हैं और लोगों को रोजगार देने का भी प्रयास जारी है, बढ़ते बिल को कोई भी उद्योग कंपनी मालिक जमा करने में सक्षम नहीं है.