ETV Bharat / state

सीएम के गृह जिले में स्वास्थ्य का हाल बेहाल, स्ट्रेचर नहीं हाथ ठेले पर मरीज जाते हैं अस्पताल के अंदर - Hospital struggling with shortage of stretchersट

छिन्दवाड़ा जिला अस्पताल में हर दिन लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं अस्पताल में एंबुलेंस से मरीज को उतारकर हाथ ठेले में लेकर जाया जा रहा है. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

ठेले पर लाए जाए रहे हैं मरीज
author img

By

Published : Oct 4, 2019, 12:26 PM IST

Updated : Oct 4, 2019, 2:29 PM IST

छिन्दवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिन्दवाड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरस्त होने का नाम नहीं ले रही है. जिला अस्पताल में मरीजों को लाने ले जाने के लिए एक स्ट्रेचर तक नहीं है. परिजन, मरीज को हाथ ठेले पर लाने को मजबूर है.

मरीज को ठेले पर ले जाते परिजन

जिला अस्पताल में हर दिन लापरवाही की नई नई बातें सुनने को मिलती है. यहां मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. जिला अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं होने की वजह से उसके परिजन उसे ट्रामा यूनिट में ले गए. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

वहीं हर बार की तरह अस्पताल प्रशासन आश्वासन की बात करकर मामले से अपना पल्ला झाड़ने की बात कोशिश करता है.

छिन्दवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिन्दवाड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरस्त होने का नाम नहीं ले रही है. जिला अस्पताल में मरीजों को लाने ले जाने के लिए एक स्ट्रेचर तक नहीं है. परिजन, मरीज को हाथ ठेले पर लाने को मजबूर है.

मरीज को ठेले पर ले जाते परिजन

जिला अस्पताल में हर दिन लापरवाही की नई नई बातें सुनने को मिलती है. यहां मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. जिला अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं होने की वजह से उसके परिजन उसे ट्रामा यूनिट में ले गए. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

वहीं हर बार की तरह अस्पताल प्रशासन आश्वासन की बात करकर मामले से अपना पल्ला झाड़ने की बात कोशिश करता है.

Intro:छिन्दवाड़ा। छिन्दवाड़ा जिला अस्पताल में हर दिन लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं एक दिन पूर्व उजागर हुए ऑंखफोड़वा कांड के बाद जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही फिर हुई उजागर... पहले तो मरीजों को थमा दिए एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन और अब अस्पताल में एंबुलेंस से मरीज को उतारकर हाथ ठेले में लेकर जाने का वीडियो वायरल हुआ है


Body:एक ओर जहां प्रदेश सरकार छिंदवाड़ा में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु करोड़ों के बजट स्वीकृत कर रहे हैं और यहां के नागरिकों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने हेतु मेडिकल कॉलेज की स्थापना करवाई है जिसे एम्स की तर्ज़ पर सिम्स बनाया गया है लेकिन यहां का स्वास्थ्य महकमा शासन के अरमानों और उनकी इच्छाओं पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहा है क्योंकि जिला अस्पताल की घोर लापरवाही दिन प्रतिदिन उजागर हो रही हैं जिससे स्वास्थ्य महकमे की तो किरकिरी तो हो ही रही है साथ ही मरीजों की जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। इन लापरवाहियों से भरे मामलों के साथ ही साथ जिला अस्पताल में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसको देखकर आप सोचेंगे कि क्या यही जिला अस्पताल है या कोई गांव कस्बे का छोटा मोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र...जी हां बीते मंगलवार को जिला अस्पताल के ट्रामा यूनिट में एक मरीज को स्ट्रेचर के अभाव में ड्यूटी डॉक्टर तक लाने के लिए परिजनों द्वारा हाथ ठेले का उपयोग किया गया।
Conclusion:लेकिन हमेशा की तरह मामला सामने आने के बाद जिम्मेदार या तो पल्ला झाड़ते नजर आए या तो अपने तर्क बताते नजर आए। अब सवाल यह उठता है कि जब जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के ये हाल हैं तो सुदूर अंचलों का तो भगवान ही मालिक है।

बाइट-सुशील दुबे,आरएमओ,जिला अस्पताल
बाइट-परमजीत कौर गोगिया,सिविल सर्जन,जिला अस्पताल
Last Updated : Oct 4, 2019, 2:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.