छिंदवाड़ा: महाकौशल की छिंदवाड़ा जिले की सीटों पर इस बार बीजेपी पैनी नजर गड़ाए हुए है. कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बीजेपी कितनी सेंधमारी कर पाएगी यह तो नतीजे तय करेंगे लेकिन इस साल के विधानसभा चुनाव में जिले की 7 सीटों में से 4 सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है. राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के दावों पर भरोसा करें तो इस बार चौरई, परासिया, पांढुर्ना और सौंसर में जीत-हार का अंतर कम हो सकता है.
इन सीटों पर ऐसे तय हुई थी हार-जीत: करीबी मुकाबलों का ट्रैक रिकार्ड देखें तो वर्ष 2008 के चुनाव में काउंटिंग फिर री-काउंटिंग यानी एक-एक वोट पर प्रत्याशियों और उनके एजेंटों को नजर गड़ानी पड़ी थी. परासिया, जामई और अमरवाड़ा विधानसभा ऐसी सीट थीं जहां प्रत्याशियों के पसीने छूट गए थे. नतीजे भी 93 वोट, 194 वोट और 434 वोट के तौर पर सामने आए थे.
परासिया में ताराचंद बावरिया और सोहनलाल वाल्मिक के बीच मुकाबले में महज 93 वोट से ताराचंद ने बाजी मारी थी. जामई में पूर्व मंत्री तेजीलाल सरेयाम को नत्थनशाह की बेहद कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. तेजीलाल सिर्फ 194 वोट से जीत पाए थे. वहीं अमरवाड़ा में पूर्व मंत्री प्रेम नारायण ठाकुर को त्रिकोणीय मुकाबले में गोंडवाना पार्टी के मनमोहन शाह बट्टी ने कांटे की टक्कर दी थी. प्रेम नारायण 434 वोट से जीत पाए थे.
रास्ते से लौटे प्रमाण पत्र लेने: साल 2008 के चुनाव में पहली बार कड़े मुकाबले का सामना कर रहे पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी प्रेम नारायण ठाकुर ने मायूस होकर काउंटिंग स्थल छोड़ दिया था. वे लौटकर अमरवाड़ा निकल गए थे. नेक-टू-नेक वाले इस मुकाबले में आखिर में उन्हें 434 वोट से जीत मिली. रास्ते में जीत की सूचना पाकर लौटे और प्रमाणपत्र लिया था.
धरी रह गईं जश्न की तैयारियां: 2013 के चुनाव में लगभग यही स्थिति कांग्रेस के कमलेश शाह की बनी थी हालांकि वे अंतिम दौर में 4 हजार से अधिक वोटों से जीत गए थे. परासिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सोहन वाल्मिक के समर्थकों ने वर्ष 2008 के चुनाव में लगातार मिल रही बढ़त पर जश्न की तैयारियां कर ली थीं. बाजेगाजों का शोर काउंटिंग स्थल पर गूंजने लगा था.आखिरी दौर में ताराचंद बावरिया ने 93 वोटों से बाजी मार ली थी. यही स्थिति जुन्नारदेव से भाजपा प्रत्याशी नत्थनशाह को लेकर भी बनी थी. उनके समर्थकों ने भी जश्न की तैयारी कर ली थी लेकिन अंत में उन्हें 194 वोटों से शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
अब तक के सबसे रोचक मुकाबलों पर नजर:
परासिया विधानसभा
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अमरवाड़ा विधानसभा
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सौंसर विधानसभा
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चौरई विधानसभा
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जामई विधानसभा
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छिंदवाड़ा विधानसभा
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