छिंदवाड़ा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज पुष्प ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन 2023 के दौरान अखबार और टीवी चैनलों में विज्ञापनों और पेड न्यूज की मॉनिटरिंग करने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल मीडिया पर भी पूरी नजर रखी जायेगी. सोशल मीडिया पर प्रचार का खर्च भी अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय में जोड़ा जाएगा. कलेक्टर छिंदवाड़ा ने बताया कि अभी तक चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा अखबार में प्रकाशित कराए जाने वाले समाचार, विज्ञापन और अलग-अलग चैनल पर दिखाए जाने वाले विजुअल पर ही नजर रखी जाती थी.
जिला निर्वाचन कार्यालय रखेगा नजर : बदलते समय के साथ अब इस बार के विधानसभा निर्वाचन में सोशल मीडिया की पोस्ट को भी प्रचार का हिस्सा माना जाएगा. प्रत्याशी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं और मतदाताओं तक अपना संदेश पहुंचाने का प्रयास करते हैं. इसीलिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस बार के निर्वाचन में चुनाव खर्च की प्रक्रिया में सोशल मीडिया को भी शामिल कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर प्रत्याशी के सोशल मीडिया हैंडल में या फिर उनके पक्ष को ध्यान में रखते हुये डाली जाने वाली पोस्ट या प्रचार सामग्री भी अब जिला निर्वाचन कार्यालय की नजर में रहेगी.
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आपत्तिजनक पोस्ट करने पर होगी कार्रवाई : इसी तरह भ्रामक और गलत सूचनाएं और फेक न्यूज फैलाने वालों पर भी पूरी नजर रखी जायेगी. इस कार्य में सायबर सेल को भी शामिल किया गया है, जिससे संबंधित व्यक्ति का पता लगाकर कानूनी धाराओं के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जायेगी. सभी नागरिकों से पूरी सावधानी और समझदारी के साथ सोशल मीडिया का उपयोग करने की अपील की गई है. कलेक्टर ने बताया कि जिले में 1934 बूथों पर मतदान होगा. 16 लाख से ज्यादा मतदाता वोटिंग करेंगे. जिसमें 8 लाख एक हजार 129 महिला, 8 लाख 18 हजार 472 पुरुष और 17 अन्य मतदाता शामिल हैं. इसमें 18 से 19 वर्ष आयु के 70 हजार 454 मतदाता, 80 वर्ष से अधिक आयु के 17 हजार 639 मतदाता, 22 हजार 757 दिव्यांग मतदाता और 2533 सेवा निर्वाचक मतदाता शामिल हैं.