छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के बजट को लेकर आम जनता को काफी उम्मीदें हैं. लोगों का कहना है कि लगातार महंगाई आसमान छू रही है पर इनकम नाम मात्र की बढ़ोतरी हुई है. मार्केट में हर चीज के दाम इतने अधिक बढ़ चुके हैं कि आम जनता भी अब महंगाई कम होने की उम्मीद सरकार से कर रही है. लोगों का कहना है कि पेट्रोल- डीजल के दाम हम लोगों का दम निकाल रहे हैं. बढ़ते दामों ने वैसे ही रोजमर्रा की चीजों को महंगा कर रखा है. हर चीजों के दाम बढ़े हुए हैं. यातायात हो या खाने-पीने के सामान या कोई आवश्यक वस्तु हो, सभी के दाम आसमान छू रहे हैं.
रसोई गैस ने घर का बिगाड़ा बजट : रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी भी अब लोगों के अकाउंट में आना बंद हो गई है. लोगों ने कहा कि वर्तमान समय में गैस के दाम ₹1076 हो गया है. जहां एक और सरकार उज्जवला योजना लाकर निचले तबकों के लोगों को गैस का उपयोग करने के लिए जागरूक और प्रेरित कर रही है, परंतु गैस के दाम बढ़े दाम उन्हें फिर से चूल्हा जलाने पर मजबूर कर रही है. मध्यम वर्गीय परिवारों का कहना है कि प्रदेश के बजट से कुछ उम्मीदें हैं कि सरकार शायद इस बार उनके लिए कुछ सौगात लाए.
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आम आदमी का जीवनयापन मुश्किल : गणेश सोनी, सत्य प्रकाश मालवीय व प्रभाकर भूषणकर का कहना है कि सरकार को महंगाई को लेकर गंभीर कदम उठाने चाहिए. हालत यह है कि बच्चों की फीस भरना भी मुश्किल हो रहा है. महंगाई लगातार बढ़ रही है लेकिन उस अनुपात से आमदानी नहीं बढ़ रही है. ऐसे में जीवनयापन करना बहुत मु्श्किलभरा हो रहा है. केंद्र सरकार के बजट से उम्मीद थी कि पेट्रोल-डीजल के साथ ही रसोई गैस के दाम कम करें. इन वस्तुओं के रेट कम होंगे तो महंगाई अपने आप कुछ कम हो जाएगी. मध्यप्रदेश सरकार भी इन वस्तुओं के बारे में सोचना चाहिए.