छिंदवाड़ा। अवैध शराब की बिक्री के विरोध में अमरवाड़ा के राजगुरु पिपरिया की मुख्य सड़क पर बैठकर महिलाओं सहित बच्चों ने नारेबाजी की. छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं गांव में बिक रही अवैध शराब से परेशान हैं. बच्चों ने बताया है कि उनके पिताजी घर में शराब पीकर आते हैं और उनके साथ मारपीट करते हैं. उन्हें पढ़ाई भी नहीं करने देते. उन्होंने प्रशासन से गांव मे शराबबंदी कराने की मांग की है. गांव में कई जगहों पर अवैध शराब बनाई जा रही है. इसकी खुलेआम बिक्री भी होती है.
बच्चों ने सुनाई व्यथा : बच्चों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि शराब पीने के बाद उनके पापा मम्मी के साथ मारपीट करते हैं. हमें भी नहीं पढ़ने देते. बच्चों ने अधिकारियों को बताया कि गांव में बिक रही अवैध शराब से सब लोग परेशान हैं. उनके पिता शाम को शराब पीकर घर आते हैं और विवाद करते हैं. जब बच्चे पढ़ाई करते हैं तो उन्हें परेशान करते हैं. घर का अनाज और बर्तन बेचकर शराब पी रहे हैं. शराब की लत से कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं.
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अफसरों ने दिया आश्वासन : एक बेटी ने बताया कि उनके पिताजी हर दिन काम करने जाते हैं. शाम को घर लौटते समय शराब पीते हैं और जब पैसे कम पड़ जाएं तो घर में रखा हुआ अनाज व बर्तन और जरूरत के सामान भी बेच देते हैं. महिलाओं ने बताया कि गांव में अधिकतर घरों में कच्ची और पक्की दोनों शराब बेची जा रही है. इसको लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. आखिरकार मजबूरी में ग्रमीणों को सड़क जाम कर प्रशासन को अवगत कराना पड़ा. प्रशासन के अफसरों ने गांव में शराबबंदी का आश्वासन दिया. मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों को गांव में अवैध शराब पर रोक लगाने का भरोसा दिया. वहीं, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर 2 दिन के भीतर प्रशासन कोई सख्त निर्णय नहीं लेता है तो मजबूरी में उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.