सिवनी। एमपी के सिवनी जिले के केवलारी विधानसभा में 2 दिग्गजों के बीच चुनाव अपने चरम पर है. केवलारी कांग्रेस प्रत्याशी रजनीश सिंह ठाकुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें पूर्व विधायक रजनीश सिंह ठाकुर कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मंत्री बनने के लिए लड़ रहे हैं. वहीं उनके इस वीडियो पर बीजेपी ने पलटवार किया है. वहीं कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा की चौरई विधानसभा में कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी के विरोध में युवा किसान नेता नीरज बंटी ठाकुर ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर बगावत की शुरुआत कर दी है. इसी विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे और कई कार्यकर्ता घोषित प्रत्याशी लखन वर्मा का विरोध करते हुए टिकट बदलने की मांग भी कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी के वीडियो पर बीजेपी की चुटकी: सिवनी के केवलारी क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें वे कह रहे हैं कि वह मंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार मंत्री बनते-बनते रह गया. इस बार मंत्री बनना है. तो वहीं दूसरी तरफ इस वीडियो पर भाजपा प्रत्याशी राकेश पाल सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि पुत्र और पिता दोनों ने केवलारी में विकास का कार्य नहीं किया. उन्हें हार का डर सता रहा है. लगातार केवलारी विधानसभा में जुबानी जंग जारी है.
कमलनाथ ने पूर्व विधायक पर ही जताया भरोसा: दूसरी तरफ छिंदवाड़ा की बात करें तो यहां कि चौरई विधानसभा अनारक्षित है. यहां से 2018 में सुजीत सिंह चौधरी विधायक का चुनाव जीते थे. एक बार फिर कमलनाथ ने सुजीत चौधरी पर विश्वास जताते हुए उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है. इसी विधानसभा से युवा किसान नेता नीरज बंटी ठाकुर भी टिकट की मांग कर रहे थे. उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोक दिया है. सोमवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया. हालांकि उन्होंने अभी अपने नामांकन पत्र में कांग्रेस पार्टी का जिक्र किया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सुजीत सिंह चौधरी को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है.
भाजपा में भी टिकट बदलने की मांग: चौरई विधानसभा में भाजपा में भी टिकट वितरण के बाद खुलकर बगावत सामने आ गई है. पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे के समर्थकों ने भाजपा द्वारा अधिकृत प्रत्याशी लखन वर्मा का विरोध करते हुए जिला पंचायत के चुनाव में दगाबाजी कर कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने का आरोप लगाकर किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट देने की मांग की. चौरई के एक लॉन में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित कर पंडित रमेश दुबे ने कहा कि "कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि वह किसी भी पार्टी के प्रति समर्पित व्यक्ति को टिकट दे, तो उसके लिए काम करेंगे, लेकिन लखन वर्मा दगाबाज हैं. इसलिए उनके लिए काम करना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मुश्किल है. विधानसभा के कई गांव से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा है कि अगर पार्टी अपने फैसले पर विचार नहीं करती है, तो वह पंडित रमेश दुबे को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने के लिए कहेंगे."
एसडीएम के मुंह में कालिख पोतने के बाद सुर्खियों में आए थे नीरज ठाकुर: किसानों को फसल का सर्वे और उचित मुआवजे की मांग को लेकर 2020 में चौरई में किसान आंदोलन किया गया था. इसकी अगुवाई नीरज बंटी ठाकुर कर रहे थे. जब वे किसानों के साथ एसडीएम कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे, तो वहां उन्होंने एसडीएम सीपी पटेल के मुंह में कालिख पोत दी थी. इसके बाद नीरज पटेल सुर्खियों में आए थे.