छिंदवाड़ा। सौंसर के चमत्कारिक हनुमान मंदिर जामसांवली से ढाई वर्ष पहले गुम हुए युवक को ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान सौंसर ने परिवार से मिलाया है. युवक तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिला अस्पताल में भर्ती था, जब एनजीओ के प्रयास से युवक परिवार से मिला तो सबकी आंखे नम हो गईं.
संस्था संचालक अजय धवले ने बताया कि, विक्षिप्त युवक को उसके पिता ढाई साल पहले हनुमान मंदिर जामसांवली लेकर गए थे, जहां से वो विछड़ गया. परिवार ने पुलिस को सूचना देकर खोजबीन की, लेकिन युवक कही नहीं मिला. कई माह बीत जाने के बाद उसके परिजन ने युवक के मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी.
युवक तमिलनाडु कैसे पहुंचा यह उसे भी नहीं पता, युवक दो साल से तिरुवन्नामलाई के जिला अस्पताल में भर्ती था, जहां पर उसका उपचार हुआ और धीरे -धीरे वो सामान्य स्थिति में आया. स्वस्थ होने बाद अस्पताल के सामाजिक कार्यकर्ता ने युवक से परिवार की जानकरी ली, लेकिन उसे ज्यादा कुछ याद नहीं आ रहा था, सिर्फ छिंदवाड़ा जिले का होने की बात बताई. उसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान सौंसर से संपर्क किया और युवक की जानकारी देकर उसके फोटो भेजे.
संस्था द्वारा संचालित संजीवनी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के कार्यकर्ताओं ने परासिया के एक सहयोगी संस्था की मदद से युवक के गांव और परिवार को खोजकर जानकारी दी. युवक के सही सलामत होने की जानकरी मिलते ही उसके परिवार में सभी खुश हो गए.
युवक के पिता किसान हैं और उन्हें तमिलनाडु राज्य की कोई जानकरी नहीं थी, संस्था ने उन्हें तिरुवन्नामलाई भेजकर उनको वहां सहयोगी संस्था से मदद दिलाकर युवक को परिवार से मिलाया.