छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में रोगी कल्याण समिति की बैठक संपन्न हुई. बैठक में सैनिटाइजर, हैंड ग्लब्स, मास्क और पीपीटी किट की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई. इस दौरान बैठक में क्षेत्रीय विधायक द्वारा कोरोना के लिए दिए 11 लाख नहीं मिलने की बात बीएमओ के सामने रखी गई.
छिंदवाड़ा के सौसर में रोगी कल्याण समिति की शनिवार को तहसील सभागृह में बैठक संपन्न हुई. बैठक में विधायक विजय चौरे ने कहा, 3 माह पहले सरकार की ओर से विधायकों के माध्यम से कोरोना महामारी के बचाव और स्वास्थ्य केंद्रों में मास्क, पीपीटी किट और सैनिटाइजर खरीदी करने के लिए 11 लाख रुपये रुपए की राशि भेजी गई है. लेकिन जिले में अब तक ये राशि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं पहुंची है. जिस पर विधायक ने नाराजगी जताते हुए जिला चिकित्सालय अधिकारियों को तत्काल यह राशि सौसर अस्पताल में पहुंचकर जनता की सेवा के लिए लगाने के निर्देश दिए.
क्षेत्र का खून क्षेत्र के लोगों को मिले
बैठक के दौरान निजी हॉस्पिटलों के द्वारा सौसर में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रक्त को अपने अस्पतालों में बढ़े दामों में बेचने का भी मामला सामने आया. जिस पर एसडीएम दीपक कुमार वैद्य ने साफ शब्दों में निर्देश दिए कि बिना प्रशासन की अनुमति के लिए किसी भी प्रकार का कोई रक्तदान शिविर क्षेत्र में नहीं लगेगा. यदि रक्तदान शिविर लग भी रहा है तो उसका रक्त सौसर या जिला हॉस्पिटल में ही जमा होना चाहिए. ताकि क्षेत्र के लोगों को खून लिए परेशान न होना पड़े.
20 प्रस्ताव पर दी गई जानकारी
बैठक में बीएमओ डॉ. एनके शास्त्री को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विकास कार्य, एंबुलेंस रजिस्ट्रेशन, गायनोलॉजिस्ट, डॉक्टर की कमी, रक्तदान शिविर के माध्यम से निजी हॉस्पिटलों को खून नहीं ले जाने आदि 20 प्रस्ताव को लेकर जानकारी दी.