ETV Bharat / state

शिक्षा के लिए 333 किलोमीटर का सफर तय कर रहे इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर, लोगों को कर रहे जागरूक

शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल चौकसे 333 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं.

शिक्षा के लिए 333 किलोमीटर का सफर तय कर रहे इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर
author img

By

Published : Jul 17, 2019, 2:03 PM IST

छिंदवाड़ा। शिक्षा की अलख जगाने के लिए हाथ में तिरंगा लेकर इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल 333 किलोमीटर का सफर दौड़कर तय करेंगे और लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगे. मैराथन में कई इंटरनेशनल रिकॉर्ड बना चुके अतुल चौकसे नागपुर से दौड़ते हुए छिंदवाड़ा पहुंचे हैं. अतुल ने बताया कि सामाजिक गतिविधियां और डिस्टेंस एजुकेशन को प्रमोट करने के लिए वे नागपुर से पचमढ़ी तक लगभग 333 किलोमीटर की रनिंग कर रहे हैं.

शिक्षा के लिए 333 किलोमीटर का सफर तय कर रहे इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल चौकसे

अतुल चौकसे की यात्रा 14 जुलाई को नागपुर से शुरू हुई थी और वे जगह-जगह रुकते हुए छिंदवाड़ा जिला पहुंचे हैं. इस दौरान वे शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधि भी कर रहे हैं और ऐसे इलाकों में जा रहे हैं, जहां शिक्षा को दरकिनार कर काम को प्राथमिकता दी जाती है.

काम के साथ पढ़ाई भी जरूरी

अतुल चौकसे का कहना है कि काम तो जरूरी है ही, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो काम के चलते अपनी पढ़ाई बीच में रोक देते हैं, लेकिन अब ऐसे कई डिस्टेंस एजुकेशन सामने हैं, जिनके जरिए लोग काम करते-करते भी पढ़ाई कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने यात्रा निकाली है और लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि ''पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया''.

55 डिग्री तापमान में पूरी की 257 किलोमीटर की दौड़

फिटनेस कोच और इंटरनेशनल रनर अतुल चौकसे ने बताया कि उन्होंने अब तक कई चुनौतीपूर्ण स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मैराथन सफलतापूर्वक की है. 2018 में विश्व की सबसे कठिन इंटरनेशनल मैराथन सहारा रेगिस्तान (उत्तर अफ्रीका) इसमें शामिल है. इस मैराथन में उन्होंने 55 डिग्री तापमान में 257 किलोमीटर की दौड़ पूरी की थी. मैराथन पूरी करने के अलावा उन्होंने हिमालय में वर्ल्ड की हाईएस्ट 114 किलोमीटर की अल्ट्रामैरॉथन भी पूरी की. साथ ही नमक के रेगिस्तान में नॉनस्टॉप 161 किलोमीटर की दौड़ पूरी की. इसके अलावा वे अब तक 25 से अधिक इंटरनेशनल मैराथन प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं.

फिलहाल इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 'पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया' के उद्देश्य से 333 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. जिसके चलते हर दिन वे हजारों लोगों से मिलते हैं और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हैं. उनका कहना है कि सिर्फ स्कूल जाकर या कॉलेज में ही शिक्षा नहीं पूरी की जा सकती, बल्कि डिस्टेंस एजुकेशन और घर में बैठकर भी पढ़ाई की जा सकती है. इसके लिए हर किसी को आगे आना चाहिए.

छिंदवाड़ा। शिक्षा की अलख जगाने के लिए हाथ में तिरंगा लेकर इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल 333 किलोमीटर का सफर दौड़कर तय करेंगे और लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगे. मैराथन में कई इंटरनेशनल रिकॉर्ड बना चुके अतुल चौकसे नागपुर से दौड़ते हुए छिंदवाड़ा पहुंचे हैं. अतुल ने बताया कि सामाजिक गतिविधियां और डिस्टेंस एजुकेशन को प्रमोट करने के लिए वे नागपुर से पचमढ़ी तक लगभग 333 किलोमीटर की रनिंग कर रहे हैं.

शिक्षा के लिए 333 किलोमीटर का सफर तय कर रहे इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल चौकसे

अतुल चौकसे की यात्रा 14 जुलाई को नागपुर से शुरू हुई थी और वे जगह-जगह रुकते हुए छिंदवाड़ा जिला पहुंचे हैं. इस दौरान वे शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधि भी कर रहे हैं और ऐसे इलाकों में जा रहे हैं, जहां शिक्षा को दरकिनार कर काम को प्राथमिकता दी जाती है.

काम के साथ पढ़ाई भी जरूरी

अतुल चौकसे का कहना है कि काम तो जरूरी है ही, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो काम के चलते अपनी पढ़ाई बीच में रोक देते हैं, लेकिन अब ऐसे कई डिस्टेंस एजुकेशन सामने हैं, जिनके जरिए लोग काम करते-करते भी पढ़ाई कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने यात्रा निकाली है और लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि ''पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया''.

55 डिग्री तापमान में पूरी की 257 किलोमीटर की दौड़

फिटनेस कोच और इंटरनेशनल रनर अतुल चौकसे ने बताया कि उन्होंने अब तक कई चुनौतीपूर्ण स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मैराथन सफलतापूर्वक की है. 2018 में विश्व की सबसे कठिन इंटरनेशनल मैराथन सहारा रेगिस्तान (उत्तर अफ्रीका) इसमें शामिल है. इस मैराथन में उन्होंने 55 डिग्री तापमान में 257 किलोमीटर की दौड़ पूरी की थी. मैराथन पूरी करने के अलावा उन्होंने हिमालय में वर्ल्ड की हाईएस्ट 114 किलोमीटर की अल्ट्रामैरॉथन भी पूरी की. साथ ही नमक के रेगिस्तान में नॉनस्टॉप 161 किलोमीटर की दौड़ पूरी की. इसके अलावा वे अब तक 25 से अधिक इंटरनेशनल मैराथन प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं.

फिलहाल इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 'पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया' के उद्देश्य से 333 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. जिसके चलते हर दिन वे हजारों लोगों से मिलते हैं और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हैं. उनका कहना है कि सिर्फ स्कूल जाकर या कॉलेज में ही शिक्षा नहीं पूरी की जा सकती, बल्कि डिस्टेंस एजुकेशन और घर में बैठकर भी पढ़ाई की जा सकती है. इसके लिए हर किसी को आगे आना चाहिए.

Intro:छिंदवाड़ा। शिक्षा की अलख जगाने हाथ में तिरंगा लेकर निकले इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल 333 किलोमीटर का सफर दौड़कर तय करेंगे और लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगे।


Body:मैराथन में कई इंटरनेशनल रिकॉर्ड बना चुके अतुल चौकसे नागपुर से दौड़ते हुए छिंदवाड़ा पहुंचे अतुल ने बताया कि सामाजिक गतिविधियां एवं डिस्टेंस एजुकेशन को प्रमोट करने के लिए वे नागपुर से पचमढ़ी तक लगभग 333 किलोमीटर की रनिंग कर रहे हैं उनकी यात्रा 14 जुलाई को नागपुर से शुरू हुई थी और वे जगह-जगह रुकते हुए आ रहे हैं इस दौरान वे शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधि भी कर रहे हैं और ऐसे इलाकों में जा रहे हैं जहां शिक्षा को दरकिनार कर काम को प्राथमिकता दी जाती है।

काम के साथ पढ़ाई भी जरूरी
अतुल का कहना है कि काम तो जरूरी है ही लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो काम के चलते अपनी पढ़ाई बीच में रोक देते हैं लेकिन अब ऐसे कई डिस्टेंस एजुकेशन सामने हैं जिनके जरिए लोग काम करते करते भी पढ़ाई कर सकते हैं इसलिए उन्होंने यात्रा निकाली है और लोगों को जागरुक कर रहे हैं कि पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया।

55 डिग्री तापमान में पूरी की की 257 किलोमीटर की दौड़।

फिटनेस कोच अतुल चौकसे ने बताया कि उन्होंने अब तक कई चुनौतीपूर्ण स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मैराथन सफलतापूर्वक की है 2018 में विश्व की सबसे कठिन इंटरनेशनल मैराथन सहारा रेगिस्तान( उत्तर अफ्रीका) मैं शामिल हुआ था इस मैराथन में उन्होंने 55 डिग्री तापमान में 257 किलोमीटर की दौड़ पूरी की थी। जहां पर रास्ते में बिच्छू जहरीले सांप और कई कठिनाइयों का भी सामना होता है इन सब को पार करके उन्होंने मैराथन पूरी की इसके अलावा उन्होंने हिमालय की में वर्ल्ड की हाईएस्ट 114 किलोमीटर की अल्ट्रामैरॉथन भी पूरी की साथ ही नमक के रेगिस्तान मैं नॉनस्टॉप 161 किलोमीटर की दौड़ पूरी की जहाँ पर दिन और रात के तापमान में भारी अंतर होता है और नमक के दलदल के बीच में उन्होंने की मैराथन पूरी की है इसके अलावा देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत अतुल ने नागपुर में 26 जनवरी के दिन स्टेडियम में हाथ में तिरंगा लेकर रात 8 बजे से सुबह 9 बजे तक दौड़ लगाई थी साथ ही अब तक 25 से अधिक इंटरनेशनल मैराथन प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं।





Conclusion:फिलहाल इंटरनेशनल अल्ट्रा रनर अतुल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया के उद्देश्य 333 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं जिसके चलते हर दिन हजारों लोगों से मिलते हैं और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हैं उनका कहना है कि सिर्फ की स्कूल जाकर या कॉलेज में ही शिक्षा नहीं पूरी की जा सकती डिस्टेंस एजुकेशन और घर में बैठकर भी पढ़ाई की जा सकती है जिसके लिए हर लोग को आगे आना चाहिए।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.