छिंदवाड़ा। शीन बोरा मर्डर केस की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. इंद्राणी 6.5 साल से जेल में सजा काट रही हैं. आज हम आपको बताएंगे कि 2012 में हुई हत्या का खुलासा कैसे हुआ और उस ड्राइवर श्यामवर राय का मध्य प्रदेश से क्या कनेक्शन है. (sheena bora murder case)
ड्राइवर का छिंदवाड़ा कनेक्शनः इंद्राणी मुखर्जी के ड्राइवर श्यामवर राय छिंदवाड़ा के दमुआ के रहने वाले थे. शीना बोरा मर्डर केस को लेकर सीबीआई उनके घर की तलाशी लेने दमुआ भी आई थी. हालांकि उनका परिवार दमुआ में नहीं रहता है. वो तब मुंबई शिफ्ट हो चुके थे. हत्याकांड के बाद से ही परिवार का छिंदवाड़ा से संबंध खत्म हो गया है. दरअसल, शीना की हत्या अप्रैल 2012 में की गई थी, लेकिन इसका पता तब चला जब 2015 में श्यामवर राय को पुलिस ने आर्म्स एक्ट के केस में पकड़ा था. तब उसने बताया कि किस तरह से शीना की हत्या करके उसकी लाश को रायगढ़ जिले के जंगलों में ठिकाने लगाया. (driver shyamvar rai mp connection)
सुप्रीम कोर्ट ने इंद्राणी मुखर्जी को दी जमानतः ड्राइवर श्यामवर राय के खुलासे के बाद शीना बोरा हत्याकांड में एक से एक नए खुलासे सामने आए. अभी भी इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है. बुधवार को उच्च न्यायालय ने इंद्राणी मुखर्जी को जमानत दी है. याचिकाकर्ता यानी इंद्राणी मुखर्जी पर आरोप है कि उसने राहुल मुखर्जी के साथ अपनी बेटी के लिव इन रिलेशन को देखते हुए हत्या की है. जो कि पीटर मुखर्जी की पूर्व पत्नी का बेटा है. वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि याचिकाकर्ता 6.5 वर्षों से हिरासत में है. उन्होंने कहा कि वह विशेष छूट की हकदार हैं. अभियोजन पक्ष द्वारा 237 गवाहों का हवाला दिया गया, जिनमें से 68 से पूछताछ की जा चुकी है. (superme court grant bail indrani mukharjee)
क्या है शीना बोरा मर्डर केसः 24 अप्रैल, 2012 को इंद्राणी ने बेटी शीना को फोन करके नेशनल कॉलेज बुलाया. शीना उस समय पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल मुखर्जी के साथ लिव-इन में थी. मां का फोन आने के बाद शीना को छोड़ने के लिए राहुल ही गया. राहुल उसे छोड़कर चला गया. इसके बाद इंद्राणी ने शीना को कार में बैठने के लिए कहा. उस वक्त कार में उसके साथ ड्राइवर और पूर्व पति संजीव खन्ना भी था. जब शीना ने कार में बैठने से मना किया तो इन लोगों ने उसे जबरदस्ती कार में बैठाया. आरोप है कि कार में ही हुई कहासुनी के बाद तीनों ने गला दबाकर उसे मार डाला. इसके बाद शीना की लाश को कार में रखकर इंद्राणी घर आ गई.
कैसे हुआ हत्या का खुलासाः जिस कार में शव रखा था, वह रात भर पीटर के गैराज में रही. अगली सुबह 25 अप्रैल को हत्या के तीनों आरोपी फिर जुटे. शव को लेकर रायगढ़ के जंगलों में पेण के पास गए. पहले शव को पेट्रोल डालकर जलाया गया. उसके बाद उसे वहीं दफना दिया गया. इसका खुलासा ड्राइवर श्यामवीर की गिरफ्तारी के बाद हुआ. इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवीर को मुंबई पुलिस ने किसी दूसरे केस में अरेस्ट किया, लेकिन पूछताछ में उसने शीना बोरा मामले का भी खुलासा कर दिया. ड्राइवर ने बताया कि 2012 में उसने महाराष्ट्र के पेण के जंगलों में शव को दफनाया था. पुलिस को माैके से एक बॉडी के अवशेष मिले.
Sheena Bora Murder Case: आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत
कौन थीं शीनाः इंद्राणी मुखर्जी के बेटी शीना का जन्म 1988 में गुवाहाटी में हुआ. शीना ने अपने स्कूल की पढ़ाई गुवाहाटी के डिज्नीलैंड हाई स्कूल से की. इसके बाद वो अपनी मां के साथ मुंबई आ गई. यहां इंद्राणी ने अपने पति पीटर मुखर्जी को बताया कि वह उनकी बहन है. मुंबई आने के बाद शीना अपनी मां इंद्राणी के घर के पास ही पीजी में रहने लगी.