छिंदवाड़ा। नेतागिरी किसी व्यक्ति पर किस तरह हावी हो जाती है इसका एक उदाहरण छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में देखने को मिला. यहां पर एक नेता अपने आप को भारतीय मोदी आर्मी के प्रदेशाध्यक्ष बताकर कोविड वार्ड का निरीक्षण करने पहुंच गया. लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टर ने नेता जी को मना कर दिया. फिर क्या था नेता जी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. नेजा जी और डॉक्टर के बीच बहस हो गई. किसी ने इस बहस का वीडियो वायरल कर दिया.
- नेता ने की जबरदस्ती अस्पताल में घुसने की कोशिश
दरअसल जिला अस्पताल में अपने आप को भारतीय मोदी आर्मी के प्रदेशाध्यक्ष बताने वाले लोकेश पवार कोविड वार्ड का दौरा करने पहुंच गए. इस दौरा लोकेश पवार को कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें रोक दिया. रोकने के बावजूद लोकेश पीपीई किट पहनकर जबरन कोरोना ट्रायल रूम तक पहुंच गया. उसके बाद डॉक्टरों और स्टाफ ने लोकेश को बाहर निकाल दिया. इस दौरान लोकेश और डॉक्टरों के बीच जोरदार बहस हो गई. लोकेश का कहना था कि वह अस्पताल की हकीकत जनता को दिखाना चाहता है. इस पर डॉक्टरों ने कहा कि आप जनप्रतिनिधि हैं, तो यहां व्यवस्था सुधारिए बल्कि यहां की व्यवस्था बिगाड़ने के लिए आप जबरदस्ती अस्पताल में घुस रहे हैं. जिससे मरीजों को इलाज करने वाले डॉक्टरों को परेशानी होगी.
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- जिले में 463 एक्टिव केस, एक की मौत
छिंदवाड़ा जिले में गुरुवार को 63 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ ही 463 एक्टिव केस हो गए हैं. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से एक व्यक्ति की मौत कोविड से हुई ,है लेकिन शहर के श्मशान घाटों में 43 लोगों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया है. जिनमें परतला के मोक्षधाम में 27, देवर्धा में 12, कब्रिस्तान में 3 और इसाई कब्रिस्तान में एक का अंतिम संस्कार किया. वहीं गुरुवार को 75 लोग की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जो स्वस्थ होकर अपने घर गए हैं.