छिंदवाड़ा। सरकार छात्रों को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है, लेकिन कर्मचारी और अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं. अमरवाड़ा जनपद पंचायत के पीछे कौशल विकास केंद्र का संचालन किया जाता था, विधानसभा चुनाव में वाहवाही लूटने के लिए कौशल विकास केंद्र बंदकर वहां सरकारी आईटीआई खोल दिया गया, वो भी सिर्फ नाम के लिए.
कौशल विकास केंद्र भवन में संचालित आईटीआई में मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के चलते छात्र यहां आते ही नहीं, आईटीआई में कंप्यूटर कोर्स कराए जाते हैं, लेकिन उसके लिए भी कंप्यूटर पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं, जो कंप्यूटर हैं उसमें से अधिकतर बंद हैं, जिनमें धूल जम चुकी है. यहां नाम मात्र के लिए केवल चार कंप्यूटर चल रहे हैं. जिनके सॉफ्टवेयर भी 10 साल पुराने हैं.
वहीं प्रचार-प्रसार और मूलभूत सुविधाओं से वंचित कंप्यूटर की आईटीआई में अब छात्र-छात्राएं भी प्रवेश नहीं ले रहे हैं और जो प्रवेश लेकर अध्यापन कार्य कर रहे हैं, उनमें से भी कुछ ने आना ही बंद कर दिया है. प्रभारी प्राचार्य पदम सिंह ठाकुर ने बताया कि बजट को लेकर अनेकों बार आवेदन दिया गया. उनका कहना है कि कई बार तो हमने अपने पैसे लगाकर बिल्डिंग की साफ सफाई कराई है.