छिंदवाड़ा। पांढुर्ना में कई सालों लग रहे गोटमार मेले के आयोजन के लिए मंगलवार को मेला समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की बीच चर्चा हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि इस साल कोरोना वायरस के चलते मेला मात्र सांकेतिक रूप से आयोजित होगा, जिसके लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. मेले को लेकर विवेक अग्रवाल ने बताया कि किसी भी हालत में नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
प्रशासन की तैयारी पूरी
गोटमार मेला 19 अगस्त को होना है लेकिन कोरोना महामारी को लेकर जिला प्रशासन ने इस मेले पर प्रतिबंध लगाकर 18 और 19 अगस्त को कर्फ्यू का आदेश जारी कर दिया है. पांढुर्णा सीमा क्षेत्र के 7 रास्तों को सील कर दिया गया है इन सभी रास्तों पर पुलिस तैनात है जहां से परिवहन और आने जाने वालो पर पूर्णरूप से पाबंदी लगा दी गई है.
स्वास्थ्य विभाग तैयार
मेले के दौरान घायल लोगों की मलहम पट्टी करने की व्यवस्था में स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी से जुट गई है. जिला मुख्यालय से गोटमार में घायल लोगों की मलहम पट्टी कराने के लिए दवाईयों की खेप पांढुर्णा सरकारी अस्पताल में पहुंच चुकी है.
मेले के दौरान हर साल यहां पर धारा 144 लागू रहती है, उसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग इस मेले में हिस्सा लेते हैं और बरसों पुरानी चली आ रही एक दूसरे पर पत्थर मारकर झंडा तोड़ने की और उसे ले जाने को लेकर पत्थर बरसाने की खूनी परंपरा निभाते हैं.