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कॉर्न सिटी के किसानों पर दोहरी मार, कम बारिश और कीटनाशक नहीं मिलने से परेशान अन्नदाता - मक्के की फसल को हो सकता है नुकसान

जिले के किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. एक ओर कम बारिश होने से किसानों की नींद उड़ी हुई है, तो वहीं कीटनाशक नहीं मिलने से मक्के की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है.

कॉर्न सिटी के किसानों पर दोहरी मार
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Published : Jul 19, 2019, 1:51 PM IST

छिंदवाड़ा। जिला मक्के के अधिक उत्पादन के कारण कॉर्न सिटी के नाम से विख्यात है, लेकिन कम बारिश और कीटनाशक उपलब्ध नहीं होने के कारण मक्के की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है. इससे किसान परेशान हैं.

कॉर्न सिटी के किसानों पर दोहरी मार


बता दें कि छिंदवाड़ा को कॉर्न सिटी का तमगा दिया गया था, क्योंकि मक्के की सर्वाधिक उत्पादकता पूरे प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले में होती थी पर इस बार मौसम की बेरूखी के चलते फॉल आर्मी वर्म कीट के कारण मक्के की फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. साथ ही किसानों को एक तो बारिश ना होने के कारण फसल लगभग खराब होने का खतरा मंडरा रहा है, वहीं कीटनाशक दवाईयों की कमी के चलते भी मुश्किल आ रही है.


कृषि विभाग की तरफ से किसानों को दवाईयां उपलब्ध कराई गई हैं, पर वह पर्याप्त नहीं है. उन्हें और दवाइयों की जरूरत है, इसके लिए किसान कृषि विभाग के चक्कर काट रहे हैं. कृषि कल्याण अधिकारी जे आर हेड़ाउ ने बताया कि किसानों की तरफ से दवाई की मांग की जा रही है. दवाइयां पर्याप्त मात्रा में मंगवाई गई थी, पर किसानों और दवाईयों की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जल्द ही किसानों को और दवाईयां उपलब्ध कराई जाएंगी.

छिंदवाड़ा। जिला मक्के के अधिक उत्पादन के कारण कॉर्न सिटी के नाम से विख्यात है, लेकिन कम बारिश और कीटनाशक उपलब्ध नहीं होने के कारण मक्के की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है. इससे किसान परेशान हैं.

कॉर्न सिटी के किसानों पर दोहरी मार


बता दें कि छिंदवाड़ा को कॉर्न सिटी का तमगा दिया गया था, क्योंकि मक्के की सर्वाधिक उत्पादकता पूरे प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले में होती थी पर इस बार मौसम की बेरूखी के चलते फॉल आर्मी वर्म कीट के कारण मक्के की फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. साथ ही किसानों को एक तो बारिश ना होने के कारण फसल लगभग खराब होने का खतरा मंडरा रहा है, वहीं कीटनाशक दवाईयों की कमी के चलते भी मुश्किल आ रही है.


कृषि विभाग की तरफ से किसानों को दवाईयां उपलब्ध कराई गई हैं, पर वह पर्याप्त नहीं है. उन्हें और दवाइयों की जरूरत है, इसके लिए किसान कृषि विभाग के चक्कर काट रहे हैं. कृषि कल्याण अधिकारी जे आर हेड़ाउ ने बताया कि किसानों की तरफ से दवाई की मांग की जा रही है. दवाइयां पर्याप्त मात्रा में मंगवाई गई थी, पर किसानों और दवाईयों की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जल्द ही किसानों को और दवाईयां उपलब्ध कराई जाएंगी.

Intro:छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा अपने मक्के की अधिक उत्पादन क्षमता के चलते कौन सिटी के नाम से जाना जाता है पर बारिश ना होने के कारण और किसानों को दवाइयां उपलब्ध ना होने के कारण मक्के की फसल को काफी नुकसान हो सकता है


Body:छिंदवाड़ा को कॉर्न सिटी नाम का तमगा दिया गया था क्योंकि मक्के की सर्वाधिक उत्पादकता पूरे प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले में होती थी पर इस बार मौसम की इस बेरुखी के चलते फॉल आर्मी वर्म कीट के कारण मक्के की फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है साथी किसानों को एक तो बारिश ना होने के कारण फसल लगभग खराब होने का खतरा मंडरा रहा है और साथ ही कीटनाशक दवाइयों की कमी के चलते किसान काफी परेशान है कृषि विभाग तरफ से किसानो को दवाइयां उपलब्ध कराई गई पर वह पर्याप्त नहीं है उन्हें और दवाइयों की आवश्यकता है इसके लिए किसान कृषि विभाग के चक्कर काट रहे हैं
जेआर हेड़ाउ कृषि कल्याण छिंदवाड़ा अधिकारी ने बताया कि किसानों के तरफ से दवाई की मांग की जा रही है दवाइयां पर्याप्त मात्रा में बुलाई गई थी पर किसानों के द्वारा दवाइयों की मांग और की जा रही है हमने ऊपर जानकारी दे दी है जल्द ही दवाइयां उपलब्ध हो जाएगी
बाईट 01 - जेआर हेड़ाउ ,अधिकारी कृषि कल्याण छिंदवाड़ा



Conclusion:एक तो मौसम की बेरुखी और दवाइयों का उपलब्ध ना होने से किसानों की संकट के बादल मंडरा रहे हैं वही एक और आसमान की ओर टकटकी लगाकर के साथ देख रहा है तो दूसरी ओर दवाइयां उपलब्ध ना होने से उनकी चिंताएं और बढ़ गई इस साल मक्के की फसल में भारी नुकसान का अनुमान लगा रहे हैं किसान
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