छिन्दवाड़ा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने के नियत से शुरू हुआ वैक्सीनेशन महा अभियान (vaccination campaign) कई लोगों के लिए महा समस्या साबित हो रहा है. छिंदवाड़ा में 80 साल की एक बुजुर्ग को दूसरा डोज (Second Dose) लगवाने के लिए उनका परिवार ऑटो में दिनभर भटकता रहा लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं लग पाई.
भटकते रहे वैक्सीन के लिए
रेलवे कॉलोनी के रहने वाले प्रताप नारायण तिवारी ने बताया कि शुरुआती दौर में ही उन्होंने अपनी 80 साल की बुजुर्ग मां को निजी अस्पताल में पैसे देकर वैक्सीन लगवाई थी. दूसरे डोज के लिए छिंदवाड़ा के अलग-अलग सेंटरो में घूम रहे हैं लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं लगाया जा रहा है. जितने में पहली वैक्सीन (Vaccine) लगी थी, उससे दोगुना खर्च उन्होंने ऑटो के किराए में कर दिया है. सरकार फ्री में वैक्सीन लगा रही है, इससे अच्छा तो निजी अस्पतालों में पैसे से लगवा ली थी. कम से कम परेशानियों से तो नहीं जूझना पड़ता.
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ऑटो में बुजुर्ग को लेकर घूमता रहा परिवार
परिजन 80 साल की बुजुर्ग को वैक्सीन लगवाने के लिए सबसे पहले मेडिकल कॉलेज गया. वहां से उन्हें एमएलबी स्कूल (mlb school) भेजा गया. एमएलबी स्कूल की टीम ने उन्हें पीजी कॉलेज भेजा. दिन भर पूरा परिवार अपनी मां को लेकर इधर-उधर भटकता रहा लेकिन उन्हें दूसरा डोज कहीं नहीं लग सका. आखिरकार परिजनों का कहना था कि इससे अच्छा तो निजी अस्पताल थे, जहां पैसे देकर फौरन काम हो जाता था. आखिरकार परिवार निराश होकर वापस बिना वैक्सीन लगाए घर चला गया.