छिंदवाड़ा। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया ऊइके पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने राज्यपाल को हटाने की मांग की है. जिसके लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की जिला इकाई ने राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिलासपुर हाईकोर्ट के नाम ज्ञापन सौंपा है.
राज्यपाल पर आर्थिक राजनीतिक समृद्धि का लाभ उठाने का आरोप
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष कपिल सोनी में प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद की गरिमा को धूमिल कर रही है. क्योंकि राज्यपाल का गृह जिला छिंदवाड़ा है और प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए छिंदवाड़ा में आकर काम कर रही हैं और उनके काम ऐसे हैं कि जो राज्यपाल के पद को शोभा नहीं देता है.
चहेतों को आर्थिक लाभ पहुंचाने का भी आरोप
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने ज्ञापन में लिखा है कि राज्यपाल अपने सहयोगी तथा निकटवर्ती लोग, एनजीओ के माध्यम से करोड़ों रुपए की धन उगाही कर रहे हैं और साथ ही राज्यपाल के नाम पर लोगों को प्रमाण पत्र बांटने के नाम पर निजी संस्थाओं से लाखों रुपए की राशि एनजीओ के माध्यम से वसूल की जा रही है, जो राज्यपाल की गरिमा को शोभा नहीं देता है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कहा है कि एक शासकीय वकील, एनजीओ का संचालक है और वह राज्यपाल के नाम से आर्थिक कमाई कर रहा है, जो हर मंच पर राज्यपाल के साथ नजर भी आता है. इसके साथ ही उन्होंने राज्यपाल के निजी सहायक जितेंद्र सोलंकी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि प्रोटोकाल के तहत सारे नियमों को ताक में रखते हुए राज्यपाल पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.
चुनावी मैदान में उतरने की दी चुनौती
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया ऊइके को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनकी राजनीतिक इच्छाएं हैं तो वे राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद का दुरुपयोग ना करें, बल्कि मैदान में आकर चुनाव लड़े. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी स्वागत करेगी. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट, हाई कोर्ट जबलपुर के नाम ज्ञापन दिया है और राज्यपाल को पद से मुक्त करने की मांग की है.