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इस साल दीवाली में बढ़ी देसी दियों की मांग, चाइनीज समान का किया जा रहा बहिष्कार - Preparation of Diwali in Chhindwara

दिवाली का त्यौहार आते ही एक बार फिर बाजार में रौनक लौट आई है. हालांकि इस बार बाजार में चाइनीज आइटम की मांग घट गई है, और लोग देसी सामानों को प्राधमिकता दे रहे हैं.

Demand for Desi Diy increased in Diwali
देसी दियों की मांग
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Published : Nov 10, 2020, 7:04 PM IST

छिंदवाड़ा। दिवाली का त्यौहार आते ही एक बार फिर बाजार में रौनक लौट आई है. हालांकि इस बार बाजार में चाइनीज आइटम की मांग घट गई है, और लोग देसी समानों को प्राधमिकता दे रहे हैं. इस दिवाली में कोलकाता और बैतूल से आए दियों की मांग बाजार में बढ़ रही है. वहीं लोकल दिये भी लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं. मिट्टी से बने दीयों की भरी मांग के कारण मूर्तिकारों और कुम्हार को आर्थिक स्थिति सुधारने की आस है.

Demand for Desi Diy increased in Diwali
देसी दियों की मांग

दीपावली को लेकर मूर्ति कारों को आर्थिक स्थिति सुधारने की आस
दीपावली के पर्व से मूर्तिकार आस लगाकर बैठे हैं, कि अब उनकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी. दीपावली में दीपक और लक्ष्मी मूर्तियां बना रहे हैं. मूर्तिकारों ने कहा कि पहले उन्हें काफी परेशानी हुई पर अब दीपावली के आते ही उन्हें उम्मीद है कि उनकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी.

Demand for Desi Diy increased in Diwali
दियों की मांग

कोलकाता बैतूल और नागपुर से आ रहे दीए
मूर्तिकार ने बताया कि उनकी दुकानों पर मिट्टी के दीए कोलकाता बैतूल और नागपुर से आते हैं, जिनकी मांग काफी है. यहां अलग अलग डिजाइन और अलग कलाकारी के दीपक अपलब्ध हैं. वहीं इस साल दीपावली के पर्व पर बाजार में चाइना के दिए और चाइना में बने सामान नहीं बिक रहे हैं.

छिंदवाड़ा। दिवाली का त्यौहार आते ही एक बार फिर बाजार में रौनक लौट आई है. हालांकि इस बार बाजार में चाइनीज आइटम की मांग घट गई है, और लोग देसी समानों को प्राधमिकता दे रहे हैं. इस दिवाली में कोलकाता और बैतूल से आए दियों की मांग बाजार में बढ़ रही है. वहीं लोकल दिये भी लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं. मिट्टी से बने दीयों की भरी मांग के कारण मूर्तिकारों और कुम्हार को आर्थिक स्थिति सुधारने की आस है.

Demand for Desi Diy increased in Diwali
देसी दियों की मांग

दीपावली को लेकर मूर्ति कारों को आर्थिक स्थिति सुधारने की आस
दीपावली के पर्व से मूर्तिकार आस लगाकर बैठे हैं, कि अब उनकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी. दीपावली में दीपक और लक्ष्मी मूर्तियां बना रहे हैं. मूर्तिकारों ने कहा कि पहले उन्हें काफी परेशानी हुई पर अब दीपावली के आते ही उन्हें उम्मीद है कि उनकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी.

Demand for Desi Diy increased in Diwali
दियों की मांग

कोलकाता बैतूल और नागपुर से आ रहे दीए
मूर्तिकार ने बताया कि उनकी दुकानों पर मिट्टी के दीए कोलकाता बैतूल और नागपुर से आते हैं, जिनकी मांग काफी है. यहां अलग अलग डिजाइन और अलग कलाकारी के दीपक अपलब्ध हैं. वहीं इस साल दीपावली के पर्व पर बाजार में चाइना के दिए और चाइना में बने सामान नहीं बिक रहे हैं.

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